Jodhpur News: डर और धमकी के बीच जब बजे ढोल…100 से ज्यादा पुलिस बल की निगरानी में निकली दलित युवक की बारात, क्या है पूरा मामला ?

एक दलित परिवार की शादी में बारात निकालने को लेकर संभावित विवाद की आशंका के चलते प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए। 100 से अधिक पुलिस जवानों की मौजूदगी में बारात निकाली गई और दूल्हे को घोड़ी पर बैठाकर पूरे सम्मान के साथ रवाना किया गया।

  • Reported By: Ranjan Dave

    ,
  •  
  • Publish Date - November 3, 2025 / 02:35 PM IST,
    Updated On - November 3, 2025 / 04:52 PM IST

jodhpur news/ image source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • जोधपुर के चौखा गांव में दलित दूल्हे की बारात पुलिस सुरक्षा में निकाली गई।
  • दूल्हे के भाई को धमकी भरा फोन आने के बाद पुलिस को दी गई शिकायत।
  • 100 से अधिक पुलिस जवानों की तैनाती से पूरे मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था की गई।

Jodhpur News: जोधपुर: राजस्थान के जोधपुर जिले के चौखा गांव में एक अनोखा लेकिन नज़ारा देखने को मिला। यहाँ एक दलित परिवार की शादी में बारात निकालने को लेकर संभावित विवाद की आशंका के चलते प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए। 100 से अधिक पुलिस जवानों की मौजूदगी में बारात निकाली गई और दूल्हे को घोड़ी पर बैठाकर पूरे सम्मान के साथ रवाना किया गया।

दूल्हे के भाई ने दर्ज कराई थी रिपोर्ट

दरअसल, दूल्हे के भाई नरेंद्र कुमार ने पुलिस को एक रिपोर्ट दी थी जिसमें बताया गया कि उसे एक अनजान नंबर से धमकी भरा फोन कॉल आया। कॉल करने वाले ने कहा कि “दूल्हे को पैदल लेकर जाना, घोड़ी पर मत बैठाना।” इस चेतावनी के बाद परिवार ने किसी अप्रिय घटना की आशंका जताते हुए सतर्कता दिखाई और पुलिस कमिश्नर से लिखित शिकायत दी।

सुरक्षा के साथ निकली बारात

शिकायत के बाद पुलिस प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए राजीव गांधी थाना क्षेत्र से 100 से अधिक पुलिस कर्मियों को चौखा गांव भेजा। पूरा पुलिस बल बारात मार्ग पर तैनात किया गया ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो सके। पुलिस की मौजूदगी में जैसे ही दूल्हा घोड़ी पर सवार हुआ, गांव के लोग और रिश्तेदारों ने तालियों और बैंड-बाजे के साथ बारात की अगवानी की।

पुलिस अधिकारी ने क्या बताया ?

Jodhpur News: पुलिस अधिकारी रोशन मीणा ने बताया कि “दूल्हे के भाई की शिकायत मिलने के बाद सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए गए। पूरे मार्ग पर पुलिस जवान तैनात रहे। दूल्हे को घोड़ी पर बैठाकर धूमधाम से बारात रवाना की गई।” उन्होंने कहा कि यह कदम इसलिए उठाया गया ताकि किसी भी व्यक्ति में डर या असुरक्षा की भावना न रहे।

दूल्हे के भाई नरेंद्र कुमार ने बताया, “हमने पुलिस को समय रहते सूचित किया। पुलिस ने पूरा सहयोग किया, जिसके कारण बारात शांतिपूर्ण ढंग से निकाली जा सकी। अगर पुलिस साथ न होती तो शायद बारात रुक जाती।” उन्होंने बताया कि उनके घर के पीछे रहने वाले एक युवक ने फोन पर धमकी दी थी कि “दलित को घोड़ी पर बैठकर बारात नहीं निकालने देंगे।” इसी वजह से परिवार ने पहले से ही सुरक्षा की मांग की थी।

Jodhpur News:  यह जोधपुर में शायद पहली बार हुआ कि किसी दलित दूल्हे की बारात निकालने के लिए इतने बड़े स्तर पर पुलिस सुरक्षा दी गई। समारोह स्थल तक पुलिस ने पूरे मार्ग की निगरानी की और बारात को सुरक्षित पहुंचाया। गांव में यह घटना चर्चा का विषय बनी हुई है।

इन्हें भी पढ़ें :-

जोधपुर के चौखा गांव में बारात को पुलिस सुरक्षा क्यों दी गई?

दलित दूल्हे को घोड़ी पर नहीं बैठने देने की धमकी मिलने के बाद पुलिस ने सुरक्षा दी।

बारात के दौरान कितने पुलिस जवान तैनात किए गए थे?

करीब 100 पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में बारात निकाली गई।

शिकायत किसने दर्ज कराई थी?

दूल्हे के भाई नरेंद्र कुमार ने पुलिस कमिश्नर को लिखित शिकायत दी थी।