Nude Photo in Parliament: अपनी न्यूड तस्वीर लेकर संसद पहुंची महिला सांसद, खुलकर अपनी फोटो दिखाई और बताई वजह

Nude Photo in Parliament: महिला सांसद यह दिखाना चाह रही थी कि आज के परिवेश में झूठ फैलाना या फिर फेक तस्वीर तैयार करना कितना आसान हो गया है। इतना ही नहीं ऐसा करना भी किसी व्यक्ति को कितना हानि और चारित्रिक नुकसान पहुंचा सकता है।

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  • Publish Date - June 3, 2025 / 03:54 PM IST,
    Updated On - June 3, 2025 / 03:56 PM IST

Deepfake nude photo in parliament, image source: lauramcclure X

HIGHLIGHTS
  • संसद में खुलकर अपनी फोटो दिखाई और विरोध दर्ज कराया
  • डीपफेक डिजिटल हार्म एंड एक्सप्लॉइटेशन बिल का समर्थन

Deepfake nude photo in parliament: एक महिला सांसद अपनी खुद की एक न्यूड तस्वीर लेकर संसंद पहुंच गई । जब उससे यह पूछा गया तो उसने बताया कि आखिर उसने ऐसा क्यों किया है। दरअसल, वह AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की मदद से खुद की तस्वीर तैयार की और फिर अपनी फेक न्यूड फोटो लेकर संसद पहुंची थीं।

महिला सांसद यह दिखाना चाह रही थी कि आज के परिवेश में झूठ फैलाना या फिर फेक तस्वीर तैयार करना कितना आसान हो गया है। इतना ही नहीं ऐसा करना भी किसी व्यक्ति को कितना हानि और चारित्रिक नुकसान पहुंचा सकता है। महिला सांसद ने इस संबंध में कानून बनाने की मांग की है।

संसद में खुलकर अपनी फोटो दिखाई और विरोध दर्ज कराया

रिपोर्ट्स के मुताबिक, एसीटी पार्टी की सासंद लॉरा मैक्ल्योर अपनी एक फेक तस्वीर लेकर पहुंची थीं। संसद में तस्वीर को दिखाते हुए उन्होंने कहा, ‘यह मेरी नग्न तस्वीर है, लेकिन यह असली नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘खुद की डीपफेक बनाने में मुझे 5 मिनट से भी कम समय लगा है।’ उन्होंने संसद में खुलकर अपनी फोटो दिखाई और विरोध दर्ज कराया है।

सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो संदेश में महिला सांसद ने कहा, ‘मैं संसद के अन्य सदस्यों का ध्यान इस ओर आकर्षित करना चाहती थी, कि ऐसा करना कितना आसान है और इसकी वजह से कितना नुकसान हो रहा है। विशेष रूप से हमारे युवा कितने प्रभावित हैं।’ साथ ही यह भी कहा, ‘तकनीक परेशानी नहीं है, बल्कि परेशानी है कि इसका गलत इस्तेमाल लोगों को प्रताड़ित करने के लिए हो रहा है। हमें इसके लिए कानून बनाने होंगे।’

डीपफेक डिजिटल हार्म एंड एक्सप्लॉइटेशन बिल का समर्थन

एक अन्य पोस्ट में मैक्ल्योर ने कहा कि , ‘किसी को भी डीपफेक का निशाना नहीं बनना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि हमारे कानून इसके लिए तैयार नहीं हैं और यह चीज बदलनी होगी।

महिला ने संसद में डीपफेक डिजिटल हार्म एंड एक्सप्लॉइटेशन बिल का समर्थन कर रही हैं। खबर है कि रिवेंज पोर्न और निजी पलों की रिकॉर्डिंग के संबंध में पहले से बने कानूनों में संशोधन करेगा और बगैर सहमति के डीपफेक बनाने और शेयर करने को अपराध की श्रेणी में रखा जाएगा। इसके अलावा इस कानून के लाभ यह भी होगें कि पीड़ितों को कंटेट हटवाने और न्याय पाने का भी रास्ता भी क्लियर हो जाएगा।

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यह महिला सांसद कौन हैं और उन्होंने संसद में क्या किया?

उत्तर: महिला सांसद का नाम लॉरा मैक्ल्योर है, जो ACT पार्टी से हैं। उन्होंने संसद में अपनी खुद की एक AI-जनरेटेड न्यूड फोटो दिखाई। उन्होंने यह कदम यह दर्शाने के लिए उठाया कि डीपफेक टेक्नोलॉजी की मदद से कितनी आसानी से झूठी और आपत्तिजनक तस्वीरें बनाई जा सकती हैं।

उन्होंने यह कदम क्यों उठाया?

उत्तर: लॉरा मैक्ल्योर ने यह प्रदर्शन यह बताने के लिए किया कि आज के समय में किसी की छवि को AI का गलत उपयोग करके बदनाम करना कितना आसान हो गया है। उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ 5 मिनट में उन्होंने अपनी फर्जी न्यूड फोटो बना ली थी। इसका मकसद समाज, खासकर युवाओं को होने वाले नुकसान और उत्पीड़न की तरफ ध्यान दिलाना था।

इस मुद्दे पर सांसद की मुख्य मांग क्या है?

उत्तर: उन्होंने “Deepfake Digital Harm and Exploitation Bill” का समर्थन किया और मांग की कि ऐसे मामलों को कानून के तहत लाया जाए। वह चाहती हैं कि बिना सहमति के बनाए गए डीपफेक को अपराध की श्रेणी में रखा जाए और पीड़ितों को राहत के लिए स्पष्ट कानूनी मार्ग दिया जाए।

यह प्रस्तावित कानून क्या करेगा?

उत्तर: यह बिल मौजूदा रिवेंज पोर्न और निजी रिकॉर्डिंग से जुड़े कानूनों में संशोधन करेगा और इसमें निम्नलिखित बिंदु शामिल होंगे: बिना सहमति के डीपफेक बनाना और साझा करना आपराधिक कृत्य होगा। पीड़ित को कंटेंट हटवाने का अधिकार और न्याय प्राप्त करने का स्पष्ट रास्ता मिलेगा। यह कानून डिजिटल उत्पीड़न और शोषण से बचाव के लिए एक मजबूत फ्रेमवर्क तैयार करेगा।