भोपालः मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के बाद राजधानी परियोजना प्रशासन यानी CPA बंद हो गया है। CPA के काम का बंटवारा PWD, वन विभाग, नगर निगम भोपाल के बीच कर दिया गया है। लेकिन CPA में काम कर रहे सैकड़ों दैनिक वेतन भोगी और कार्यभारित कर्मचारियों के भविष्य पर संकट मंडरा रहा है।
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कर्मचारियों का आरोप है कि CPA को बंद करने से पहले उनके नियमितिकरण और संविलियन को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। कर्मचारी मंच के बैनर तले CPA के दैनिक वेतन भोगी और कार्यभारित कर्मचारियों ने चार सूत्रीय मांगों को लेकर CPA कार्यालय पर प्रदर्शन किया और अधीक्षण यंत्री को ज्ञापन सौंपा।