CMHO conducted HIV test for the women who came to attend the fair: अशोक नगर। जिले के करीला में प्रत्येक रंगपंचमी पर लगने बाला करीला मेला की मुख्य पहचान है यहां का राई नृत्य। ऐसा कहा जाता है की यह स्थान महर्षि बाल्मीकि जी का आश्रम हुआ करता था जब भगवान राम ने माता सीता का परित्याग कर दिया था तो वो इसी आश्रम मैं आकर रूकी थी और उन्होंने यही पर लव कुश को जन्म दिया था तब स्वर्ग से अप्सराएं आई थी और उन्होंने यहां नृत्य किया था तब से ही यहां पर राई नृत्य कराने की परंपरा है।
दिनों दिन इस मेले की भव्यता बढ़ती जा रही है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी बढ़ती जारही है। इस बार यह मेला मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी के अनोखे कारनामे के चलते चर्चा में बना हुआ है। मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी ने इस बार राई नृत्य में आने वाली नृत्याग्नाओ की hiv की जांच कराना शुरू कर दिया। जिसने न केवल मेला परिसर पर दाग लगाने का काम किया है बल्कि यहां राई नृत्य करने आने वाली महिलाओं के चरित्र पर भी सवाल खड़े कर दिए।
दरसल, यहां वर्षों की परंपरा के अनुसार राई नृत्य करने आने वाली महिलाओं का एचआईवी टेस्ट स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की देखरेख में मेला प्रांगण में ही करवाए गए। इस मामले पर पहले तो मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी पूर्व में तो अपने इस मामले पर वाहवाही लूट रहे थे। जैसे उन्होंने बहुत बड़ा काम किया हो और अगले ही पल इस मामले से पल्ला झाड़ते हुए नजर आए और कहने लगे की सभी की जांच कराई जा रही है। इसे नृत्याग्नाओ से जोड़ कर क्यों देखा जा रहा है। रंगपंचमी पर आयोजित होने वाले इस मेले में एक रात में 25 से 30 लाख श्रद्धालु माता के दरबार में मन्नत मांगने पहुंचते है और मन्नत पूरी होने पर राई नृत्य कराते हैं जिसमें प्रदेश व अन्य राज्यों की नृत्यांगना पहुंचती है। जिसको लेकर प्रशासन काफी इंतजाम भी करता है जिससे श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो।
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