मंत्री के बयान पर भड़की करणी सेना, SC-ST को विशेष कानून की खैरात क्यों? अब जागेंगे “माई के लाल”

Bhopal karni sena pradarshan भोपाल में जारी करणी सेना की अनिश्चितकालीन आंदोलन और 2 मांगों को लेकर नया बखेड़ा खड़ा हो गया है।

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  • Publish Date - January 9, 2023 / 08:47 PM IST,
    Updated On - January 9, 2023 / 08:57 PM IST

Bhopal karni sena pradarshan

Bhopal karni sena pradarshan: भोपाल। (शिखिल ब्यौहार) राजधानी भोपाल में जारी करणी सेना की अनिश्चितकालीन आंदोलन और 2 मांगों को लेकर नया बखेड़ा खड़ा हो गया है। शुरुआत तब हुई जब मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने करणी सेना की 2 मांगों को असंवैधानिक बता दिया। तो दूसरी ओर मंत्री के बयान पर करणी सेना का भारी विरोध दिखाई दे रहा है। ये दोनों मांगे एससी-एसटी एक्ट और सामान्य पिछड़ा वर्ग के मौलिक अधिकारों से जुड़ी हुईं है। दरअसल,करणी सेना से संवाद के लिए सरकार की ओर से जिम्मेदारी संभाल रहे अरविंद भदौरिया ने दो मांगों को असंवैधानिक बताकर खारिज कर दिया था। मंत्री ने कहा था कि करणी सेना एससी एसटी एक्ट के तहत गिरफ्तारी के पहले जांच और एससी एसटी के लिए बनाए गए विशेष कानून की तर्ज पर सामान्य वर्ग के हितों की रक्षा के लिए कानून की मांग को असंवैधानिक बताया।

Bhopal karni sena pradarshan: मामले पर करणी सेना के प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर ने कहा कि मांगे नहीं बल्कि सरकार असंवैधानिक हो चुकी है। आतंकवादियों के मामलों में तक बिना जांच के गिरफ्तारी जैसे प्रावधान नहीं है तो सरकार सामान्य और पिछड़ा वर्ग के साथ भेदभाव क्यों कर रही है। न तो मंत्री पर एट्रोसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ न ही वो जेल गए। सामान्य-पिछड़ा वर्ग के लोग सबसे ज्यादा इसी एक्ट से प्रताड़ित हैं। इस बात की गबाही हर प्रदेश के सरकारी आंकड़े भी देते है।

Bhopal karni sena pradarshan: इसके अलावा उन्होंने कहा कि एससी-एसटी को साधने के लिए सामान्य-पिछड़ा वर्ग के लोगों के समानता के मौलिक अधिकार का हनन कर रही है। उन्होंने कानून पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि सरकार को सिर्फ एससी-एसटी वर्ग के अधिकारों का हनन दिखाई देता है सामान्य और पिछड़ा वर्ग का नहीं। यदि एक वर्ग विशेष के लिए विशेष कानून बनाया गया तो सामान्य-पिछड़ा वर्ग के हितों की रक्षा के लिए विशेष कानून की जरूरत है, जो संवैधानिक है। करणी सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि जब तक सभी मांगे पूरी नहीं होगी तब तक अमरण अनशन जारी रहेगा।

Bhopal karni sena pradarshan: बता दें कि राजधानी भोपाल में करणी सेना समेत अन्य सर्वण संगठनों का भूख हड़ताल अनिश्चितकालीन आंदोलन दो दिनों से जारी है। तो महाराणा प्रताप की मूर्ति पर माल्यार्पण की मांग को लेकर बीते 10 घंटे से अवधपुरी सड़क पर डटे हुए हैं। बीते 48 घंटे से भूख हड़ताल पर बैठे दो कार्यकर्ताओं की तबियत बिगड़ी। प्रशासन के द्वारा मुस्तैद की गई मेडिकल टीम ने दोनों को जेपी अस्पताल में भर्ती कराया है।

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