bhopal news/ IBC24
Bhopal News: मध्यप्रदेश के भोपाल से बड़ी खबर सामने आई है जहां मुख्यमंत्री हेल्पलाइन कार्यालय ने शिकायत प्रक्रिया में हो रही अनियमितताओं और ब्लैकमेलिंग की समस्या को लेकर प्रदेश भर के सभी कलेक्टरों को सख्त निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन, जो आम जनता की समस्याओं को सुचारु रूप से सुनने और उनका समाधान करने के लिए बनाई गई थी, अब वहां कुछ शिकायतकर्ता ऐसे भी सामने आए हैं जो इस सिस्टम का गलत उपयोग कर ब्लैकमेलिंग करने लगे हैं। ऐसे झूठे शिकायतकर्ता न केवल सरकारी सिस्टम की विश्वसनीयता को प्रभावित कर रहे हैं, बल्कि सेवा प्रणाली को भी बाधित कर रहे हैं।
सीएम हेल्पलाइन कार्यालय ने अपने आदेश में साफ तौर पर कहा है कि झूठी शिकायत करने वाले, ब्लैकमेलिंग करने वाले और विभागों के अधिकारियों को परेशान करने वालों के खिलाफ कड़े कदम उठाए जाएंगे। आदेश में सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों से ऐसे फर्जी शिकायतकर्ताओं की जानकारी एकत्रित कर तत्काल सरकार को सूचित करें। यह कदम सरकार द्वारा शिकायत प्रणाली को शुद्ध और विश्वसनीय बनाए रखने के लिए उठाया गया है।
Bhopal News: दरअसल, मध्यप्रदेश में पिछले कुछ महीनों से मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में प्राप्त शिकायतों की संख्या में वृद्धि हुई है, लेकिन साथ ही कुछ ऐसे मामले भी सामने आए हैं जिनमें शिकायतकर्ता अपनी व्यक्तिगत शर्तों को मनवाने के लिए अधिकारियों को ब्लैकमेल करने लगे। कई बार ये शिकायतें फर्जी और मनगढ़ंत पाई गईं, जिससे न केवल प्रशासनिक कार्य बाधित हुआ बल्कि आम जनता की समस्याओं को सही ढंग से सुनने में भी परेशानी आई। इससे सरकार ने यह फैसला लिया है कि अब इस तरह की शिकायतों को गंभीरता से लिया जाएगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस आदेश के तहत कलेक्टरों को अपने-अपने जिलों में शिकायतकर्ताओं की विस्तृत सूची तैयार करनी होगी, जिनके खिलाफ ऐसा आरोप है। इसमें शिकायतकर्ता का नाम, शिकायत का विवरण, शिकायत के तथ्यों की जांच और उनसे संबंधित अन्य जरूरी जानकारियां शामिल होंगी। यह सूची सरकार को भेजी जाएगी ताकि आगे उचित कानूनी कार्रवाई की जा सके। इसके साथ ही यह भी निर्देश दिए गए हैं कि हेल्पलाइन पर आने वाली शिकायतों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए
Bhopal News: इस नए आदेश से उम्मीद की जा रही है कि प्रदेश में शिकायत प्रणाली और अधिक पारदर्शी और विश्वसनीय बनेगी। आम जनता को विश्वास होगा कि उनकी शिकायतें बिना किसी बाधा के सुनी जाएंगी और उनका समाधान जल्दी किया जाएगा। वहीं, फर्जी शिकायतकर्ताओं और ब्लैकमेलर्स के लिए यह संदेश भी स्पष्ट है कि अब ऐसे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।