विधानसभा के गेट पर कांग्रेस विधायकों ने फेंका लहसून, इस मांग को लेकर सरकार को घेरा

Congressmen protested outside the assembly: विधानसभा के गेट पर कांग्रेस विधायकों ने फेंका लहसून, इस मांग को लेकर सरकार को घेरा

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  • Publish Date - September 13, 2022 / 02:17 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:41 PM IST

Congressmen protested outside the assembly: भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आज यानी मंगलवार से शुरू हो गया है जोकि 17 सितंबर तक चलेगा। जिसमें कुल पांच बैठकें होंगी। लेकिन सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विधानसभा के बाहर कांग्रेसियों ने जमकर हंगामा किया। विपक्ष इस सत्र में सरकार को कई मुद्दों पर घेरने की कोशिश कर रहा है। जिसकी शुरूआत विधानसभा सत्र के पहले ही दिन की गई। हालांकि पहले दिन नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को बधाई देने के बाद नेता प्रतिपक्ष को बधाई दी गई। इसके बाद सभी दिवंगत श्रधांजलि देने के बाद कुछ देर चली विधानसभा की कार्यवाही को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

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जमकर किया प्रदर्शन

Congressmen protested outside the assembly: कांग्रेस विधायक बोरों में लहसुन भरकर लाए थे। जिसके बाद उन्होंने विधानसभा के गेट पर ही लहसून फेंक दिए। विधायकों ने सरकार से किसानों के लहसुन खरीदने की मांग की। साथ ही पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव, विधायक जीतू पटवारी, लाखन यादव, पीसी शर्मा व अन्य लहसुन की बोरियां लेकर पहुंच गए। कांग्रेस नेताओं ने विधानसभा के गेट क्रमांक तीन पर लहसुन को फैलाकर देर तक विरोध-प्रदर्शन किया। दरअसल प्रदेश में लहसुन किसानों का हाल बदतर है। लागत मूल्य तो दूर वे अपना ट्रांसपोर्ट का खर्च भी नहीं निकाल पा रहे हैं। अब स्थिति ये हो गई है कि कड़ी मेहनत से उपजाई फसल को अब किसान नष्ट करने पर मजबूर हो गए हैं। इसी क्रम में मंगलवार को कांग्रेस ने लहसुन किसानों के मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाया।

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किसानों को नहीं मिल रहा सही दाम

Congressmen protested outside the assembly: वहीं इसे लेकर पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव ने कहा कि भाजपा के पास विधायकों को खरीदने के पैसे हैं। लेकिन लहसुन किसानों का उपज नहीं खरीद पा रही है। किसान परेशान हैं, लगातार कर्ज के बोझ तले दबते जा रहे हैं। लेकिन विधायकों को खरीदने वाली सरकार को किसानों की बिल्कुल भी परवाह नहीं है। अच्छी उपज होने के बावजूद प्रदेश के किसानों की परेशानियां खत्म नहीं हो रही है। यहां की मंडियों में लहसुन और प्याज का रेट लागत मूल्य से काफी कम मिल रहा है। सबसे बड़े उत्पादक रतलाम, मंदसौर, नीमच, इंदौर की मंडियों में थोक में लहसुन 45 पैसे से 1 रुपए प्रति किलो खरीदा जा रहा है। मंडी में लहसुन बेचने पर लागत मूल्य भी नहीं निकल पा रहे हैं।

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