IAS Santosh Verma Statement on Brahmins || IMAGE- ANI News File
IAS Santosh Verma Statement on Brahmins: भोपाल: भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के एक वरिष्ठ अधिकारी संतोष वर्मा ने ब्राह्मण समुदाय पर अपनी विवादास्पद टिप्पणी के लिए माफी मांग ली है। उन्होंने कहा कि, उनकी टिप्पणी की गलत व्याख्या की गई और उसे विकृत तरीके से प्रस्तुत किया गया। आईएएस अफसर ने कहा कि उनका कभी भी किसी समुदाय या धर्म का अपमान करने का इरादा नहीं था।
अज्जेक्स के राज्य अध्यक्ष और आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा ने कहा कि, “मेरा राजनीतिक हंगामा खड़ा करने का कोई इरादा नहीं था। बस, यह मध्य प्रदेश अज्जेक्स (अनुसूचित जाति-जनजाति अधिकारी एवं कर्मचारी संघ ) की हमारी राज्य कार्यकारिणी की बैठक थी। बैठक के दौरान, अज्जेक्स के हमारे पिछले अध्यक्ष , जो पिछले 21 वर्षों से इस पद पर थे, ने अपना इस्तीफा सौंप दिया और मुझे सर्वसम्मति से अज्जेक्स का नया अध्यक्ष चुन लिया गया इसके बाद, हम इस बात पर अपने विचार साझा कर रहे थे कि आरक्षण आर्थिक या सामाजिक आधार पर होना चाहिए,”
मध्य प्रदेश अजाक्स की बैठक 23 नवंबर को राज्य की राजधानी भोपाल के अंबेडकर पार्क में हुई थी। बैठक के दौरान, आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा को अजाक्स का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। वे फिलहाल कृषि विभाग के उप सचिव हैं।
#WATCH | Bhopal, Madhya Pradesh: On his alleged controversial statement, State President of Anusuchit Jati-Janjati Adhikari Karmachari Sangh (AJJAKS) & IAS officer, Santosh Verma says, “My aim was not to create a political uproar. At a meeting of the state unit of AJJAKS, one… pic.twitter.com/MOsnriPMGF
— ANI (@ANI) November 25, 2025
IAS Santosh Verma Statement on Brahmins: वर्मा ने कहा, “कुछ लोगों का मानना था कि अगर कोई आईएएस अधिकारी बन गया है तो परिवार के किसी अन्य सदस्य को आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए। इस पर बोलते हुए मैंने कहा था कि अगर मैं आर्थिक रूप से स्वतंत्र हूं और मेरा सामाजिक पिछड़ापन खत्म हो गया है, तो मेरे बच्चों और हमारे समुदाय को समाज से रोटी-बेटी का दर्जा मिलना चाहिए। लेकिन मेरे संबोधन से केवल एक खास बात प्रचारित की गई।”
उन्होंने कहा, “अगर मेरे शब्दों से किसी व्यक्ति या समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची है, तो मैं ईमानदारी से माफी मांगता हूं। कुछ लोगों ने मेरे द्वारा कही गई बातों का केवल एक हिस्सा ही प्रचारित किया। जिन लोगों ने इस विवाद को हवा दी है, उन्होंने मेरे भाषण से केवल एक पंक्ति ली है।”
गौरतलब है कि अधिकारी का एक वीडियो वायरल होने के बाद काफी आक्रोश फैल गया था। इस बयान में उन्होंने कथित तौर पर ब्राह्मण बेटियों के बारे में विवादास्पद टिप्पणी की थी। वर्मा ने यह भी कहा था कि, “जब तक कोई ब्राह्मण अपनी बेटी का दान नहीं करता या मेरे बेटे के साथ रिश्ता नहीं बनाता, तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए।”
IAS Santosh Verma Statement on Brahmins: इस बीच, हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने अधिकारी के बयान की निंदा करते हुए कहा कि अधिकारी की टिप्पणी से पूरे समुदाय की भावना आहत हुई है और उन्हें माफी मांगनी चाहिए। तिवारी ने कहा, “संतोष वर्मा को अपनी टिप्पणी के लिए तुरंत माफ़ी मांगनी चाहिए। उन्होंने जिस तरह की टिप्पणी की है, उससे पूरे ब्राह्मण समुदाय को ठेस पहुँची है। अगर वह माफ़ी नहीं मांगते हैं, तो ब्राह्मण समुदाय बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेगा।”