NEET EXAM: भोपाल। राजधानी समेत मध्य प्रदेश के 5 सरकारी और 5 प्राइवेट कॉलेज के बच्चे अगले साल होने वाली नीट पीजी 2023 की परीक्षा में नहीं बैठ पाएंगे। कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स शामिल नहीं हो पाएंगे। नीट- पीजी भारत के टॉप मेडिकल कॉलेजों में मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में सीट भरने के लिए आयोजित नीट परीक्षा कराई जाती है।
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NEET EXAM: इसके पीछे मुख्य कारण है सत्र का देर से शुरू होना। इस साल का पूरा सत्र देरी से शुरू होने और एमबीबीएस फाइनल ईयर की परीक्षाएं देरी से होने की वजह से करीब 1500 छात्र नीट पीजी की परीक्षा से वंचित हो सकते हैं। यह समस्या उन कॉलेजों में हैं, जिनकी जबलपुर मेडिकल यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड है। अब मेडिकल यूनिवर्सिटी, की तरफ से नेशनल मेडिकल काउंसिल से बात की जा रही है। साल बर्बाद होने की आशंका से छात्र चिंतित हैं। जूडा ने सीएम शिवराज सिंह चौहान, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से इस मामले में मदद की मांग की है।
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NEET EXAM: एमपी के इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, रीवा सरकारी मेडिकल कॉलेज। चिरायु मेडिकल कॉलेज भोपाल, अरविंदो मेडिकल कॉलेज इंदौर , इंडेक्स मेडिकल कॉलेज इंदौर, आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज उज्जैन, अमलतास मेडिकल कॉलेज देवास प्रायवेट मेडिकल कॉलेज के बच्चों को नुकसान होगा।
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NEET EXAM: अगले साल जनवरी 2023 में नीट पीजी की परीक्षा संभावित मानी जा रही है। गौरतलब है कि कोरोना के पहले अप्रैल में एमबीबीएस फाइनल ईयर की परीक्षाएं पूरी होने के साथ ही इंटर्नशिप शुरू हो जाती थी। ऐसे में जिनकी परीक्षा मई-जून में हुई है उनकी इंटर्नशिप अगले सत्र के एडमिशन तक पूरी नहीं हो पाएगी। कोरोना संकट के पहले मार्च तक इंटर्नशिप पूरी करके नीट पीजी में सफल हुए छात्रों को पीजी में दाखिला मिल जाता था।
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2 hours ago