भोपाल । मध्य प्रदेश में आदिवासी वर्ग से जुड़ी घटनाओं पर खूब सियासत हो रही है… बीते कुछ दिनों कई घटनाएं सामने आईं.. जिनमें आदिवासियों और दलितों पर अत्याचार को लेकर सवाल भी उठे.. विपक्ष ने जहां सरकार को घेरा.. तो सरकार ने हर आरोप पर पलटवार भी किया…और डैमेज को कंट्रोल करने के लिए कदम भी उठाए.. अब ये सियासत राजभवन तक पहुंच गई है… जहां कांग्रेस ने बीजेपी सरकार में आदिवासी उत्पीड़न का मुद्दा उठाया है। तो बीजेपी ने भी कमलनाथ सरकार के कार्यकाल के केस बताकर पलटवार किया है। कुल मिलाकर हालात कुछ ऐसे हैं…दांव पर आदिवासी पैंतरे सब सियासी ! मध्य प्रदेश की सियासत फिलहाल कुछ घटनाओं के इर्द-गिर्द घूम रही है.. सीधी में आदिवासी के साथ पेशाबकांड हो.. या शिवपुरी में दलितों से अमानवीयता.. या फिर सागर में निर्मम पिटाई… इन घटनाओं से इंसानियत तो शर्मसार हुई ही है… सवालों के भी शोर हैं.. चुनावी साल में सियासी तपिश को बढ़ा दिया है.. पूर्व CM कमलनाथ और नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह 22 आदिवासी विधायकों के साथ राजभवन पहुंचे.. ज्ञापन दिया.. आदिवासी समुदाय के साथ अत्याचार का जिक्र किया.. एक नहीं, दो नहीं.. BJP सरकार में आदिवासी उत्पीड़न के 30 हजार से अधिक केस का आंकड़ा राज्यपाल के सामने रख दिया.. और मांग की.. कि आदिवासी हित में कदम उठाए जाएं।
चुनावी साल में मुद्दों पर सियासी रंग.. और जुबानी जंग में कोई कमी नहीं.. एक दूसरे पर वार पलटवार का कोई मौका चूके.. तो मतलब हुए पीछे.. और इसीलिए आदिवासी-दलित वर्ग को साधने और डैमेज को कंट्रोल करने की पुरजोर कोशिश भी दिख रही… चाहे उसके लिए पांव पखारने पड़ें.. और चाहे गंगाजल से शुद्धिकरण करना पड़े.. चाहे 30 हजार केस का सवाल हो… या फिर साल 2020 का केस बताकर विरोधी की घेरेबंदी हो। हर दांव हर मौका.. और हर सियासी जुबान खुद को आदिवासी-दलित वर्ग का हितैषी बताने में आगे है। सीधी के पेशाब कांड के बाद से लगातार आदिवासियों और दलितों के साथ मारपीट की घटनाएं सामने आ रही हैं। इन घटनाओं को लेकर आज पीसीसी चीफ कमलनाथ और नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविन्द सिंह आदिवासी विधायकों के साथ राज्यपाल मंगू भाई पटेल से मिले। कमलनाथ ने कांग्रेस पार्टी के करीब 22 आदिवासी विधायकों के साथ राज्यपाल को ज्ञापन दिया। इस दौरान पूर्व मंत्री उमंंग सिंघार, बाला बच्चन, कांतिलाल भूरिया, विधायक डॉ अशोक मर्सकोले, डॉ हीरा अलावा, हर्ष विजय गहलोत सहित तमाम आदिवासी विधायक मौजूद थे।
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कांग्रेस विधायकों ने अपने ज्ञापन में लिखा मध्यप्रदेश देश का ऐसा राज्य है, जहां सबसे बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय के नागरिक निवास करते हैं। मध्यप्रदेश के समाज, संस्कृति, संस्कार और परम्पराओं में आदिवासी समुदाय का उललेखनीय योगदान है। आदिवासी समुदाय मध्यप्रदेश के सामाजिक जीवन का अभिन्न और अति महत्वपूर्ण अंग है । लेकिन, देखने में आ रहा हैं कि भारतीय जनता पार्टी की 18 साल की सरकार में आदिवासी समुदाय के ऊपर अत्याचार दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है । भाजपा सरकार में आदिवासी उत्पीड़न के 30,000 से अधिक मामले दर्ज हो चुके हैं, जबकि इससे बड़ी संख्या ऐसे मामलों की है जो प्रकाश में नहीं आ सके । एमपी के सीधी पेशाब कांड को लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया है बीडी शर्मा ने कहां की सीधी में पेशाब वाली वारदात 2020 में कमलनाथ के सीएम रहते हुए कांग्रेस की सरकार में हुई थी जो अब बीजेपी सरकार में प्रचारित की जा रही है… बीडी शर्मा ने कहा कि कमलनाथ की सरकार में गुण्डीजम चल रहा था जो अब सामने आ रहा है… दरअसल सीडी कांड के बाद बीजेपी ने अपनी ओर से जांच कमेटी बनाई थी जिसने अपनी शुरुआती रिपोर्ट पार्टी को सौंप कर दी है… बीडी शर्मा का दावा है कि जांच कमेटी की पूरी रिपोर्ट में कुछ और नए खुलासे होंगे।
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सीधी के पेशाब कांड के बाद से लगातार आदिवासियों और दलितों के साथ मारपीट की घटनाएं सामने आ रही हैं। इन घटनाओं को लेकर आज पीसीसी चीफ कमलनाथ और नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविन्द सिंह आदिवासी विधायकों के साथ राज्यपाल मंगू भाई पटेल से मिले। कमलनाथ ने कांग्रेस पार्टी के करीब 22 आदिवासी विधायकों के साथ राज्यपाल को ज्ञापन दिया। इस दौरान पूर्व मंत्री उमंंग सिंघार, बाला बच्चन, कांतिलाल भूरिया, विधायक डॉ अशोक मर्सकोले, डॉ हीरा अलावा, हर्ष विजय गहलोत सहित तमाम आदिवासी विधायक मौजूद थे। इधर, कमलनाथ और आदिवासी विधायक की राज्यपाल से मुलाकात पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कमलनाथ और दिग्विजय सबसे ज्यादा झूठ बोलने वाले लोग हैं. 24 घंटे झूठ बोलते हैं. भारतीय जनता पार्टी की सरकार है तो कोई भी हो उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होती है. आदिवासी समाज के भाई और बहन चाहे दलित समाज के भाई और बहन के मामले हो, उस पर तत्काल प्रभावी कार्रवाई तो हुई ही है। वीडी शर्मा ने आगे कहा- “मैं कमलनाथ जी से पूछना चाहता हूं. आप का दोहरा चरित्र है. मैंने सुना है आज आपके साथ कैबिनेट के मंत्री रहे उमंग सिंघार भी साथ हैं. उनके ऊपर क्या आरोप हैं. मैं पूछना चाहता हूं कि इस प्रकार के अपराधी तत्व आपके साथ हैं. एक बहन ने उनके प्रताड़ना से आत्महत्या कर ली थी अभी केस पेंडिंग है. कमलनाथ जी और दिग्विजय सिंह जी आपके हाथ का सने हुए हैं. ये पूरा मध्य प्रदेश जानता है कमलनाथ जी और दिग्विजय सिंह जी आपके हाथ का खून से सने हुए हैं.
युवक के साथ मारपीट की ये घटना 8-9 अक्टूबर 2022 की बताई जा रही है। VIDEO सागर के मोतीनगर थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। यहां भोपाल रोड स्थित धर्मकांटा के पास कुछ लोगों ने युवक को चोरी के शक में पकड़ लिया था। वे उसे एक कमरे में ले गए। फिर उसे नग्न कर लाठी-डंडों से पीटा। पुलिस ने पीड़ित की पहचान कर ली है। वह मकरोनिया क्षेत्र के एक गांव का रहने वाला है। अब आरोपियों की तलाश की जा रही है। वीडियो में दिख रहा है कि एक युवक को निर्वस्त्र कर दीवार के सहारे बैठाया गया है। उसके दोनों ओर दो लोग डंडे लेकर उसे मार रहे हैं। पीड़ित से हथेली खोलकर दोनों हाथ आगे करने को कहा जाता है। फिर एक युवक डंडे से उसकी हथेली पर वार करता है। बीच एक युवक आकर उसकी पीठ पर मारता है। पीड़ित गिड़गिड़ाता है। पीटने वालों से कहता है- भैया जान से मार दो। लेकिन आरोपी नहीं रुकते। वे उसे लगातार पीटते हैं। वीडियो में धर्मेंद्र नाम सुनाई दे रहा है। एडिशनल एसपी विक्रम ने कहा कि आरोपियों की खोजबीन की जा रही है।