Home » Madhya Pradesh » Big update in the case of former RTO constable Saurabh Sharma
Saurabh Sharma Case Latest Update : पूर्व RTO कांस्टेबल सौरभ शर्मा के मामले बड़ा अपडेट, साथी समेत रिश्तेदारों के नाम पर खरीदी थी करोड़ों की प्रॉपर्टी, ऐसे हुआ खुलासा
Saurabh Sharma Case Latest Update : पूर्व RTO कांस्टेबल सौरभ शर्मा के मामले बड़ा अपडेट, साथी समेत रिश्तेदारों के नाम पर खरीदी थी करोड़ों की प्रॉपर्टी, ऐसे हुआ खुलासा
Publish Date - February 1, 2025 / 06:04 PM IST,
Updated On - February 1, 2025 / 06:04 PM IST
India Latest News Today & LIVE Updates 01 February
भोपाल। Saurabh Sharma Case Latest Update : पूर्व RTO कांस्टेबल सौरभ शर्मा के मामले में नई अपडेट सामने आई है। सौरभ ने साथी चेतन,शरद समेत रिश्तेदारों के नाम करोड़ों की प्रॉपर्टी खरीदी थी। अपने नाम पर सौरभ ने कोई भी प्रॉपर्टी नहीं खरीदी थी। चेतन के नाम पर लगभग 150 करोड़ की प्रॉपर्टी खरीदी थी। 8 बेनामी कंपनियों में चेतन, शरद के जरिए करोड़ों का निवेश कर रखा था। सौरभ ही चेतन को ग्वालियर से भोपाल लेकर आया था।
परिवहन विभाग की काली कमाई के मुख्य सूत्रधार सौरभ शर्मा ने अवैध धनराशि का बड़ा हिस्सा प्रॉपर्टी में निवेश किया। उसने खुद को इन संपत्तियों के मालिकाना हक से दूर रखने के लिए परिवार और रिश्तेदारों के नाम पर खरीदारी की। लोकायुक्त पुलिस की छापेमारी में उसके घर और कार्यालय से 50 से अधिक प्रॉपर्टी के दस्तावेज बरामद हुए थे।
सौरभ चेतन और शरद से पुलिस अलग अलग पुछताछ कर रही है। सौरभ का जहां कहना है कि चेतन और शरद उसके पार्टनर्स है बराबर के हिस्सेदार हैं तो वही चेतन और शरद का कहना है कि वो महज सौरभ के एंप्लॉई थे और सौरभ ने प्रॉपर्टी खरीदने के लिए उनके दस्तावेज का इस्तेमाल किया।
सौरभ शर्मा ने अपने रिश्तेदारों और साथियों के नाम पर करोड़ों की प्रॉपर्टी खरीदी थी, जिनमें मुख्य रूप से चेतन और शरद के नाम शामिल हैं। सौरभ ने खुद के नाम पर कोई प्रॉपर्टी नहीं खरीदी और बेनामी कंपनियों के जरिए निवेश किया था।
सौरभ शर्मा के खिलाफ जांच किस प्रकार चल रही है?
लोकायुक्त पुलिस ने सौरभ शर्मा के घर और कार्यालय में छापेमारी की थी, जिसमें 50 से अधिक प्रॉपर्टी के दस्तावेज बरामद हुए। पुलिस सौरभ, चेतन और शरद से अलग-अलग पूछताछ कर रही है।
चेतन और शरद का सौरभ शर्मा के बारे में क्या बयान है?
चेतन और शरद का कहना है कि वे सौरभ के कर्मचारी थे और सौरभ ने प्रॉपर्टी खरीदने के लिए उनके दस्तावेज का इस्तेमाल किया। जबकि सौरभ का दावा है कि वे उसके पार्टनर्स थे और वे प्रॉपर्टी के बराबर के हिस्सेदार थे।
सौरभ शर्मा ने अपने अवैध धनराशि को कैसे निवेश किया था?
सौरभ शर्मा ने अपनी अवैध धनराशि का बड़ा हिस्सा प्रॉपर्टी में निवेश किया था। उसने खुद को इन संपत्तियों के मालिकाना हक से दूर रखने के लिए परिवार और रिश्तेदारों के नाम पर प्रॉपर्टी खरीदी।
सौरभ शर्मा मामले में आगे क्या कार्रवाई हो सकती है?
इस मामले में आगे सौरभ शर्मा, चेतन और शरद के खिलाफ और पूछताछ की जा सकती है, साथ ही उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, प्रॉपर्टी की वैधता और सौरभ के अवैध धन के स्रोतों की जांच भी जारी रहेगी।