Reported By: Mahendra Singh Kushwaha
,Gwalior News: मध्य प्रदेश के ग्वालियर थाना क्षेत्र के घासमंडी में रविवार की रात एक भयानक घटना सामने आई। जहाँ एक दोस्त को छोड़ने आए पिता के बेटे पर बदमाशों ने अंधाधुंध गोलियां चलाई और रात को हुई ताबड़तोड़ फायरिंग, घटना को तब अंजाम दिया गया जब अपने दोस्त बल्लू सरदार के साथ मिलकर एक अन्य मित्र हाकिम सिंह बघेल को कार से छोड़ने आए थे। ये घटना रात लगभग 12 बजे कोटेश्वर रोड पर हुई, जहां पहले से घात लगाए बदमाशों ने दोनों को घेर लिया और करीब 35 से अधिक गोलियां बरसाईं। गोलीबारी में विजय गौड़ को तीन और हाकिम सिंह को एक गोली लगी। घायल अवस्था में दोनों को तुरंत हजीरा सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, दोनों की स्थिति अब स्थिर है और उनकी जान खतरे से बाहर बताई जा रही है।
पुलिस जांच में सामने आया कि इस हिंसक वारदात के पीछे पैसे का विवाद मुख्य कारण था। विजय गौड़ ने बताया कि रिंकू कमरिया नामक आरोपी से पांच लाख रुपये का लेनदेन लंबित था। कई बार रकम की मांग के बावजूद आरोपी ने पैसे लौटाने से इंकार कर दिया और धमकी दी कि अगर पैसे मांगे गए तो गोली मार दी जाएगी। यही विवाद हिंसक घटना का कारण बना। CSP ग्वालियर कृष्णपाल सिंह ने बताया कि गोली चलाने वाले आरोपी लिस्टेड अपराधी हैं और पुलिस को चुनौती देकर फरार हो गए। इन बदमाशों के खिलाफ पहले से ही ग्वालियर थाने में मारपीट, हत्या के प्रयास और अन्य गंभीर आपराधिक मामलों में एफआईआर दर्ज है।
घटना में शामिल बदमाशों की पहचान रिंकू कमरिया, अन्नी कमरिया, छोटू कमरिया, कालू कमरिया और रमेश कमरिया के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि ये सभी आरोपी स्थानीय थाने के लिस्टेड अपराधी हैं और लंबे समय से बहुत सी आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत इलाके की घेराबंदी की और घटनास्थल पर जाकर जांच शुरू की। CSP कृष्णपाल सिंह ने कहा कि पुलिस ने सभी साक्ष्य एकत्र कर लिए हैं और आरोपी जल्द ही गिरफ्तार किए जाएंगे। पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपील की कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
Gwalior News: घायल विजय गौड़ ने बताया कि घटना के समय उनके साथ दोस्त बल्लू सरदार और हाकिम सिंह बघेल थे। उन्होंने कहा, “रात करीब 12 बजे हम हाकिम सिंह को घासमंडी छोड़कर लौट रहे थे कि अचानक रिंकू, अन्नी, छोटू, कालू और रमेश कमरिया ने हमारी कार घेर ली और अंधाधुंध गोलियां बरसा दीं। मुझे तीन गोलियां लगी और हाकिम को एक गोली लगी। ये सब पैसे के लेन-देन के विवाद के कारण हुआ। कई बार मांगने के बावजूद भी पैसे नहीं लौटाए गए और धमकी मिली कि अगर पैसे मांगे तो गोली मार दी जाएगी।” विजय ने ये भी बताया कि दोनों की जान अब खतरे से बाहर है लेकिन घटना ने शहर में डर का माहौल बना दिया।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर सबूत एकत्र किए। पुलिस ने हवालात में मामला दर्ज कर सभी आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। CSP कृष्णपाल सिंह ने कहा कि पुलिस ने विशेष टीम गठित की है और जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा और कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।