Reported By: Kapil Sharma
,Jal Jeevan Mission News/ Image Source: IBC24
Jal Jeevan Mission News: हरदा: नल–जल योजना, जिसे हम जल जीवन मिशन के नाम से भी जानते हैं, भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है। इसका मुख्य उद्देश्य 2024 तक देश के हर ग्रामीण घर में सुरक्षित और पर्याप्त पीने का पानी नल कनेक्शन के माध्यम से पहुँचाना है, ताकि माताओं और बहनों पर पानी लाने का बोझ कम हो और सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार हो। लेकिन मध्य प्रदेश के कई गाँवों से ऐसे मामले सामने आए हैं, जिन्होंने इस योजना पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। हरदा ज़िले में नल–जल योजना की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है।
Jal Jeevan Mission News: कई गाँवों में पाइपलाइन तो बिछा दी गई है, लेकिन नल लगाने के स्टैंड अब तक तैयार नहीं किए गए हैं। वर्षों बाद भी ग्रामीणों को नियमित पानी न मिलने से आक्रोश बढ़ता जा रहा है। ग्राम पानतलाई की महिलाओं ने बताया कि जिस दिन कलेक्टर साहब का दौरा था, उस दिन केवल दो घंटे के लिए नल–जल योजना चालू की गई थी, ताकि व्यवस्था ठीक दिखे। दौरा खत्म होते ही सप्लाई फिर से बंद कर दी गई।
Jal Jeevan Mission News: ग्रामीणों ने यह भी बताया कि लगभग दो साल पहले टंकी का निर्माण पूरा हो चुका है, लेकिन अब तक किसी भी नल से पानी सप्लाई नहीं की जा रही है। साथ ही बालागांव में भी स्थिति लगभग समान है। यहाँ पाइपलाइन डालने का काम पूरा होने के बावजूद नल स्टैंड नहीं बने हैं, कनेक्शन अधूरे हैं और पानी की आपूर्ति कभी शुरू ही नहीं हुई। ग्रामीणों का कहना है कि योजना सिर्फ कागज़ों में दिखाई जा रही है, जबकि ज़मीन पर हालात बिल्कुल अलग हैं। नल–जल योजना बंद होने से ग्रामीणों को दूर-दूर से पानी लाना पड़ रहा है। गर्मी के मौसम में समस्या और भी बढ़ जाती है। ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द से जल्द नल स्टैंड बनवाने, अधूरे कनेक्शन पूरे करने और नियमित जल आपूर्ति सुनिश्चित कराने की मांग की है।
कलेक्टर सिद्धार्थ जैन का कहना है कि हम नल–जल योजना में जल्द कार्रवाई कर रहे हैं। बहुत जल्द हम नल जल आपूर्ति चालू करवा देंगे। वहीं ग्रामीणों ने जल आपूर्ति सुनिश्चित कराने की मांग दोहराई है।