Rapido Drivers Cheated: 57 ड्राइवर, एक जैसा झांसा… ‘एमरजेंसी है, पैसे भेजो’ और लुट गए लाखों! रेपिडो चालक बने शिकार

57 ड्राइवर, एक जैसा झांसा... 'एमरजेंसी है, पैसे भेजो...Rapido Drivers Cheated: 57 drivers, same fraud... 'There is an emergency, send money

  • Reported By: Anshul Mukati

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  • Publish Date - May 2, 2025 / 12:17 PM IST,
    Updated On - May 2, 2025 / 12:19 PM IST

Rapido Drivers Cheated | Image Source | IBC24

इंदौर:  Rapido Drivers Cheated: इंदौर में ऑनलाइन ठगी का एक नया और चौंकाने वाला तरीका सामने आया है, जिसमें रेपिडो (बाइक टैक्सी) चालकों को निशाना बनाया जा रहा है। ठग, खुद को ग्राहक बताकर चालकों को मेडिकल इमरजेंसी का बहाना देते हैं और फिर रुपये ट्रांसफर कराने के लिए नकली मैसेज भेजकर उन्हें जाल में फंसा लेते हैं। अब तक 57 से अधिक चालक इस फर्जीवाड़े का शिकार हो चुके हैं और करीब 17 लाख रुपये की ठगी की जा चुकी है।

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कैसे होती है ठगी

Rapido Drivers Cheated: ठग रेपिडो चालक को कॉल या ऐप के माध्यम से संपर्क कर खुद को मरीज का परिजन बताते हैं। वे कहते हैं कि किसी मेडिकल इमरजेंसी के कारण तत्काल पैसे ट्रांसफर करने होंगे। इसके बाद एक फर्जी बैंकिंग मैसेज भेजा जाता है, जिससे यह भ्रम होता है कि पेमेंट हो चुका है। जैसे ही चालक सेवा देता है या खुद पैसे ट्रांसफर करता है, उसे ठगी का एहसास होता है।

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2024-2025 के आंकड़े

  • वर्ष 2024 में: 50 शिकायतें, करीब 16.98 लाख रुपये की ठगी
  • वर्ष 2025 में अब तक: 7 शिकायतें, लगभग 33 हजार रुपये की ठगी
  • अब तक: 9 लाख रुपये पीड़ितों को रिफंड किए गए हैं कई फर्जी बैंक खातों को फ्रिज किया गया है

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क्राइम ब्रांच की कार्रवाई

Rapido Drivers Cheated: इंदौर क्राइम ब्रांच ने सभी शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए एडवाइजरी जारी की है। एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया के मुताबिक, मैसेज भेजने वालों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। रेपिडो चालकों को सलाह दी गई है कि किसी भी ट्रांजैक्शन से पहले बैंकिंग एप की पुष्टि ज़रूर करें और सिर्फ मैसेज पर भरोसा न करें।

"रेपिडो चालक ठगी" कैसे की जा रही है?

ठग खुद को मरीज का परिजन बताकर इमरजेंसी का बहाना करते हैं और फर्जी बैंकिंग मैसेज के जरिए पेमेंट का भ्रम पैदा करते हैं।

"फर्जी बैंकिंग मैसेज" से कैसे बचें?

केवल SMS देखकर यकीन न करें। अपने बैंक या ऐप पर जाकर लेन-देन की पुष्टि करें।

क्या "रेपिडो चालक" को ठगी के बाद पैसे वापस मिल सकते हैं?

कुछ मामलों में क्राइम ब्रांच द्वारा कार्रवाई कर अब तक 9 लाख रुपये से अधिक की राशि वापस दिलाई गई है।

"इंदौर क्राइम ब्रांच" इस मामले में क्या कर रही है?

सभी शिकायतों की जांच की जा रही है, फर्जी खातों को फ्रिज किया गया है और दोषियों की पहचान जारी है।

रेपिडो चालकों को "ऑनलाइन पेमेंट" के दौरान क्या सावधानियां रखनी चाहिए?

किसी भी ग्राहक से पैसे मिलने पर बैंक ऐप में जाकर वास्तविक ट्रांजैक्शन की पुष्टि करें, नकली मैसेज के झांसे में न आएं।