जबलपुर: Scrap of Military Bombs: शहर के रांझी थाना क्षेत्र के आमानाला इलाके में उस वक्त सनसनी फैल गई जब एक कुएं की सफाई के दौरान सेना द्वारा इस्तेमाल किए गए कारतूस और बमों के खोखे बरामद हुए। नगर निगम द्वारा करवाई जा रही सफाई के दौरान 50 से अधिक बमों के खोखे और एक हैंड ग्रेनेड का शैल कुएं से बरामद हुआ।
Scrap of Military Bombs: घटना की जानकारी मिलते ही रांझी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और तुरंत मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने इस घटना की सूचना भारतीय सेना और ऑर्डिनेंस फैक्ट्री खमरिया को भी दी है। प्रारंभिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि सैन्य बमों के शैल्स को कबाड़ व्यापार में इस्तेमाल किया जा रहा था और उन्हें छुपाने के लिए कुएं में फेंक दिया गया था।
पहले भी पकड़ा जा चुका है सैन्य बमों का अवैध व्यापार
Scrap of Military Bombs: यह कोई पहली बार नहीं है जब जबलपुर में सैन्य बमों के शैल्स का अवैध कारोबार सामने आया हो। इससे पहले 25 मई 2023 को खजरी खिरिया बायपास स्थित एक कबाड़ गोदाम में भीषण विस्फोट हुआ था, जिसमें दो मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई थी। जांच में पता चला था कि गोदाम संचालक शमीम कबाड़ी सैन्य बमों के स्क्रैप का अवैध कारोबार कर रहा था, जिसमें एक बम में ब्लास्ट हो गया था। आरोपी शमीम कबाड़ी अब तक फरार है और उसकी तलाश जारी है।
Scrap of Military Bombs: इस नई घटना के सामने आने के बाद पुलिस और सेना के अधिकारी पूरे मामले की गहन जांच कर रहे हैं। यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा होने के कारण बेहद संवेदनशील माना जा रहा है। प्रशासन जल्द ही इस बात का खुलासा कर सकता है कि यह स्क्रैप कहां से आया और इसे कुएं में किसने डाला।
रांझी थाना क्षेत्र के एक कुएं से 50 से अधिक बमों के खोखे और एक हैंड ग्रेनेड का शैल बरामद हुआ है।
पुलिस ने इस मामले में क्या कार्रवाई की है?
पुलिस ने भारतीय सेना और ऑर्डिनेंस फैक्ट्री खमरिया को सूचना दी है और पूरे मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है।
क्या इससे पहले भी जबलपुर में सैन्य बमों का स्क्रैप मिला है?
हाँ, 25 मई 2023 को खजरी खिरिया बायपास में कबाड़ गोदाम में विस्फोट हुआ था, जिसमें दो मजदूरों की मौत हुई थी। उस समय सैन्य बमों के स्क्रैप का अवैध कारोबार उजागर हुआ था।
क्या इस घटना में किसी की गिरफ्तारी हुई है?
अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन पुलिस इस मामले में शामिल लोगों की पहचान कर रही है।
इस घटना का राष्ट्रीय सुरक्षा पर क्या प्रभाव हो सकता है?
यह मामला रक्षा मंत्रालय और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हो सकता है, क्योंकि सैन्य बमों के शैल्स का गलत हाथों में जाना गंभीर खतरा पैदा कर सकता है। पुलिस और सेना इस मामले को प्राथमिकता के आधार पर देख रही है।