Archana Tiwari missing case: अर्चना तिवारी लापता मामले में सनसीखेज खुलासा.. इस आरक्षक के सम्पर्क में थी अर्चना, इसने ही कराया था ट्रेन का टिकट, अरेस्ट

इधर अर्चना की सकुशल वापसी के लिए परिजनों द्वारा घर पर लगातार महामृत्युंजय मंत्र का जाप कराया जा रहा है। परिवार पूरी तरह से व्याकुल है और किसी चमत्कार की आस लगाए बैठा है। परिजन इस बात पर अड़े हैं कि यह सिर्फ एक लापता लड़की का केस नहीं, बल्कि मानव तस्करी का गंभीर मामला है।

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  • Publish Date - August 19, 2025 / 08:08 AM IST,
    Updated On - August 19, 2025 / 09:48 AM IST

Archana Tiwari missing case | Image- IBC24 News File

HIGHLIGHTS
  • अर्चना तिवारी का ट्रेन टिकट पुलिस आरक्षक राम तोमर ने कराया बुक।
  • परिजनों ने गुमशुदगी नहीं, मानव तस्करी की साजिश बताया मामला।
  • अर्चना की वापसी के लिए परिजन कर रहे महामृत्युंजय जाप।

Archana Tiwari missing case: कटनी: बहुचर्चित अर्चना तिवारी के लापता होने के मामले ने अब एक नया और गंभीर मोड़ ले लिया है। जांच में पुलिस को जानकारी मिली है वह चौंकाने वाली है। जानकारी के मुताबिक़ अर्चना तिवारी के ट्रेन का टिकट एक पुलिस के आरक्षक ने बुक किया था। आरक्षक का नाम राम तोमर है। वह फ़िलहाल ग्वालियर के भंवरपुर थाने में पदस्थ है। संभवतः लापता होने से पहले अर्चना इस राम तोमर नाम के आरक्षक के सम्पर्क में थी। पुलिस ने राम तोमर को हिरासत में ले लिया और उससे सख्ती से पूछताछ की जा रही है। उम्मीद जताई जा रही हैं कि जल्द ही अर्चना तिवारी का यह मामला सुलझा लिया जाएगा।

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गुमशुदगी या मानव तस्करी

दूसरी तरफ अर्चना के परिजनों ने इस पूरे घटनाक्रम को केवल गुमशुदगी का मामला मानने से इनकार करते हुए इसे मानव तस्करी से जोड़कर जांच की मांग की है। अर्चना तिवारी 7 अगस्त को इंदौर से कटनी लौट रही थीं। वह नर्मदा एक्सप्रेस ट्रेन से सफर कर रही थीं और उनका मोबाइल फोन आखिरी बार नर्मदापुरम रेलवे ब्रिज के पास लोकेट हुआ था जिसके बाद से उनका कोई सुराग नहीं मिल सका है।

किसी साजिश के शिकार हुई अर्चना?

Archana Tiwari missing case: परिजनों का कहना है कि यह केवल सामान्य गुमशुदगी नहीं बल्कि एक सुनियोजित साजिश है। अर्चना के बड़े पापा प्रकाश तिवारी बाबू ने दावा किया है कि कुछ तस्कर उसे ट्रेन के जरिए बड़े शहरों की ओर ले गए हैं, और अब मामले की जांच को मानव तस्करी के एंगल से किया जाना जरूरी है। उन्होंने यह भी मांग की है कि पूरे मामले को सीबीआई को सौंपा जाए ताकि निष्पक्ष और गहन जांच हो सके। अर्चना के चाचा राजू तिवारी ने भी इस मामले में मुख्यमंत्री से सीबीआई जांच की अपील की है।

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शुरू हुआ पूजा-पाठ का दौर

इधर अर्चना की सकुशल वापसी के लिए परिजनों द्वारा घर पर लगातार महामृत्युंजय मंत्र का जाप कराया जा रहा है। परिवार पूरी तरह से व्याकुल है और किसी चमत्कार की आस लगाए बैठा है। परिजन इस बात पर अड़े हैं कि यह सिर्फ एक लापता लड़की का केस नहीं, बल्कि मानव तस्करी का गंभीर मामला है जिसे लेकर प्रशासन और जांच एजेंसियों को गंभीरता से कदम उठाना चाहिए। फिलहाल स्थानीय पुलिस द्वारा जांच जारी है लेकिन परिजनों का आरोप है कि अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इसीलिए परिजन चाहते हैं कि अब मामला सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसी को सौंपा जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके और अर्चना को जल्द से जल्द सुरक्षित वापस लाया जा सके।

प्रश्न 1: अर्चना तिवारी लापता कैसे हुईं और आखिरी बार उनका लोकेशन कहाँ ट्रेस हुआ था?

उत्तर: अर्चना तिवारी 7 अगस्त को इंदौर से कटनी लौट रही थीं। उनका मोबाइल आखिरी बार नर्मदापुरम रेलवे ब्रिज के पास ट्रेस हुआ था, जिसके बाद से उनका कोई सुराग नहीं मिला है।

प्रश्न 2: पुलिस जांच में अब तक क्या बड़ी जानकारी सामने आई है?

उत्तर: जांच में सामने आया कि अर्चना का ट्रेन टिकट एक पुलिस आरक्षक राम तोमर ने बुक किया था, जो फिलहाल ग्वालियर में पदस्थ है और पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।

प्रश्न 3: परिजन इस केस को किस नजरिए से देख रहे हैं और क्या मांग कर रहे हैं?

उत्तर: परिजन इसे सिर्फ गुमशुदगी नहीं, बल्कि मानव तस्करी की साजिश मान रहे हैं और मामले की जांच CBI से कराने की मांग कर रहे हैं।