Traders did a unique protest against the campaign to remove encroachment
खरगोन। जिले के बड़वाह में नगर पालिका द्वारा अतिक्रमण हटाओ मुहिम शुरू हुई तो एक व्यापारी ने विरोध का अनोखा तरीका अपनाया। दुकान के बाहर एमपी के सीएम शिवराज और कमल के फूल के पोस्टर पर क्रॉस का निशाना लगाया, जबकि पूर्व सीएम कमलनाथ पर राइट का निशान लगा दिया। अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। व्यापारी ने यह तक कह दिया अगर इस तरह की कार्रवाई नहीं रोकी गई तो हम पार्टी बदल लेंगे और कांग्रेस में चले जाएंगे।
दरअसल, खरगोन जिले के बड़वाह नगर में नगर पालिका ने मुख्य मार्ग एमजी रोड पर अतिक्रमण हटाओ मुहिम शुरू की है। दुकानदारों ने नाली के ऊपर से आगे तक करीब 3 से 8 फीट तक का अतिक्रमण कर रखा था। पिछले चार दिनों से सड़क चौड़ीकरण और निर्माण के चलते मुहिम शुरू की गई। इस दौरान गुरुवार को एमजी रोड पर एक व्यापारी गोपाल मारवाड़ी ने विरोध का अनोखा तरीका अपनाया। दुकान के बाहर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और कमल के फूल के पोस्टर लगा दिया।
व्यापारी ने दुकान के दाहिने और कमलनाथ का पोस्टर लगाया और उस पर राइट का निशान लगा है। बीच में कमल का फूल और पोस्टर के बाईं ओर मप्र मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पोस्टर लगाया इन दोनों पर क्रॉस का निशान लगाया। पोस्टर लगते ही नगर में हड़कंप मच गया। कुछ लोगों ने फोटो बनाए और कुछ ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए। मामले को लेकर बड़वाह के व्यापारी गोपाल मारवाड़ी का कहना है कि प्रशासन की मनमानी के विरोध में हमारा मौन विरोध है। नगर पालिका द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही है। जो नाली क्लियर कर रहे हैं ये नाली कई साल पुरानी है।
मेरे यहां आज तक पानी नहीं रुका है और जहां पर पानी रुक रहा है वहां नगरपालिका द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। हमारे अतिक्रमण को तोड़ने के कारण हमको ग्राहकी करने में परेशानी हो रही है। आठ-दस दिन से बैठे हुए हैं, कोई व्यापार नहीं हो रहा। इसलिए हमने सरकार के विरोध में मौन होकर यह बोर्ड लगाएं हैं। हमारी नगरपालिका में कौन सुनेगा, प्रशासन के आगे कोई क्या कर सकते है। अगर इस तरह की कार्रवाई को नहीं रोकी गई तो हम पार्टी चेंज कर देंगे और कांग्रेस में चले जाएंगे। इतिहास गवाह है की जब जब व्यापारी सताए गए है सत्ता का परिवर्तन हुआ है। IBC24 से शशिकांत शर्मा की रिपोर्ट