भोपाल, 10 फरवरी (भाषा) सैन्य इंजीनियरिंग सेवा (एमईएस) ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के साथ मिलकर सोमवार को भोपाल में आयोजित एक सम्मेलन में नयी निर्माण प्रौद्योगिकी को अपनाकर टिकाऊ सैन्य बुनियादी ढांचे को विकसित करने के तरीकों पर चर्चा की।
सेना और एमईएस के भोपाल जोन के मुख्य अभियंता द्वारा सैन्य स्टेशन पर ‘‘नई निर्माण प्रौद्योगिकियों, हरित ऊर्जा और जलवायु-लचीले बुनियादी ढांचे के साथ भारतीय सेना को बदलना’ विषय पर सम्मेलन आयोजित किया गया।
सेना के एक अधिकारी ने एक विज्ञप्ति में बताया कि सम्मेलन का उद्देश्य सैन्य प्रतिष्ठानों में स्थिरता, ऊर्जा दक्षता और जलवायु अनुकूलनशीलता को बढ़ाने के लिए सैन्य बुनियादी ढांचे में नवाचार को बढ़ावा देना था।
सुदर्शन चक्र कोर के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल शरद कुमार श्रीवास्तव ने सेना को संबोधित करते हुए भारतीय सशस्त्र बलों के लिए ऐसी अत्याधुनिक तकनीकों को अपनाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला, जो पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता को कम करते हुए मिशन की तत्परता सुनिश्चित करती हैं।
भाषा दिमो सिम्मी
सिम्मी