मप्र : एमबीबीएस विद्यार्थियों से रैगिंग का आरोप, महाविद्यालय प्रबंधन ने शिकायत को झूठा बताया

मप्र : एमबीबीएस विद्यार्थियों से रैगिंग का आरोप, महाविद्यालय प्रबंधन ने शिकायत को झूठा बताया

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  • Publish Date - December 22, 2025 / 04:22 PM IST,
    Updated On - December 22, 2025 / 04:22 PM IST

इंदौर (मध्यप्रदेश), 22 दिसंबर (भाषा) इंदौर के शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के प्रबंधन को मिले एक गुमनाम पत्र में एमबीबीएस पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों के साथ रैगिंग का आरोप लगाया गया है।

हालांकि, महाविद्यालय प्रबंधन ने जांच के बाद रैगिंग की इस शिकायत को झूठा करार देकर मामला खत्म कर दिया है।

अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि महाविद्यालय प्रबंधन को चार दिन पहले गुमनाम पत्र के जरिये मिली शिकायत में एमबीबीएस पाठ्यक्रम की 2024 बैच के विद्यार्थियों पर 2025 बैच के छात्रों के साथ रैगिंग का आरोप लगाया गया था। महाविद्यालय के अधिष्ठाता (डीन) डॉ. अरविंद घनघोरिया ने संवाददाताओं को बताया कि संस्थान की रैगिंग निरोधक समिति ने एमबीबीएस पाठ्यक्रम के कनिष्ठ विद्यार्थियों की पूरी बैच को बुलाकर कथित रैगिंग के बारे में पूछा, तो किसी भी छात्र ने ऐसी कोई शिकायत करने से इनकार कर दिया।

उन्होंने कहा,‘‘लगता है कि किसी व्यक्ति ने शरारत या साजिश के तहत गुमनाम पत्र के जरिये रैगिंग की झूठी शिकायत की है। हमने रैगिंग निरोधक समिति की जांच रिपोर्ट के आधार पर इस मामले को खत्म कर दिया है।’’

घनघोरिया ने यह भी बताया कि महाविद्यालय में रैगिंग की पिछली सभी घटनाओं में शराब की कोई न कोई भूमिका पाई गई है, इसलिए संस्थान ने अपने विद्यार्थियों को इस नशीले पदार्थ के खिलाफ जागरूक करने का फैसला किया है।

उन्होंने कहा,‘‘हम अपने महाविद्यालय को एक सात्विक संस्थान बनाना चाहते हैं। इसलिए हम विद्यार्थियों को चिकित्सा शिक्षा देने के साथ ही यह भी सिखाएंगे कि उनका आहार और व्यवहार कैसा होना चाहिए। इस बारे में शिक्षकों द्वारा हर कक्षा में पांच मिनट अलग से बात की जाएगी ताकि विद्यार्थी शराब और दूसरे नशीले पदार्थों से दूर रहें।’’

डीन ने बताया कि सभी वॉर्डनों को निर्देश दिए गए हैं कि वे 31 दिसंबर की रात महाविद्यालय के छात्रावासों में चौकसी बढ़ाएं ताकि विद्यार्थियों द्वारा नववर्ष के जश्न में शराब पार्टियों का आयोजन नहीं किया जा सके।

शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय में रैगिंग के मामले अक्सर सामने आते हैं। ऐसे ही एक मामले में महाविद्यालय प्रबंधन ने नवंबर के दौरान एमबीबीएस पाठ्यक्रम के चार वरिष्ठ छात्रों को एक माह के लिए निलंबित कर दिया था। भाषा हर्ष जितेंद्र

जितेंद्र