“जब खुद मुख्यमंत्री थी तब क्यों नहीं लिया उन्होंने शराब बंदी का निर्णय”, वे अकेले नहीं ले सकते निर्णय…

Minister Rajvardhan Singh took a jibe at the prohibition of liquor: "जब खुद मुख्यमंत्री थी तब क्यों नहीं लिया उन्होंने शराब बंदी का निर्णय", वे अकेले नहीं ले सकते निर्णय...

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  • Publish Date - October 2, 2022 / 06:02 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:54 PM IST

Minister Rajvardhan Singh took a jibe at the prohibition of liquor: जबलपुर। मध्य प्रदेश में बीते एक साल से शराब बंदी की मांग करते आ रहीं बीजेपी की फायर ब्रांड नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती एक बार फिर शराब बंदी को लेकर हुंकार भर रही है। उमा भारती ने एक ओर जहां गांधी जयंती के मौके पर राजधानी भोपाल में शराबबंदी को लेकर पदयात्रा निकाली,वहीं दूसरी ओर उमा भारती,शिवराज सरकार के मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव के निशाने पर आ गई है। जबलपुर दौरे पर पहुंचे उद्योग नीति और निवेश संवर्धन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने शराबबंदी की मांग पर उमा भारती पर तंज कसते हुए कहा कि उमा भारती खुद मुख्यमंत्री रही है,सभी अधिकार उनके पास थे,तब उन्होंने शराबबंदी क्यों नहीं की।

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अकेले नहीं ले सकते निर्णय

Minister Rajvardhan Singh took a jibe at the prohibition of liquor: मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव का कहना था कि शराब बंदी पर फैसला कैबिनेट के द्वारा लिया जाएगा, इसलिए इस मामले में अकेले वह निर्णय नहीं ले सकते है। हालांकि मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने आज से शिवराज सरकार द्वारा शुरू किए गए प्रदेशव्यापी नशा मुक्ति अभियान के तहत नशामुक्ति की शपथ ली, साथ ही जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को भी नशे से दूर रहने की शपथ दिलाते हुए नौजवानों से नशे से दूर रहने की अपील की। मंत्री दत्तीगांव ने कहा कि नशामुक्ति को युवा अपनी प्राथमिकता में रखे और नशे ली लत से दूर रहे। जो लोग नशे के आदि है उनके मन मे कभी कभी निराशा के भाव आ जाते है,लेकिन किसी भी सूरत में निराश होने की जरूरत नहीं है। इसलिए सरकार जो नशा मुक्ति अभियान चला रही है,इस अभियान के तहत ज्यादा से ज्यादा नशामुक्ति को लेकर जागरूकता फैलाने का काम करें।

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