जयस का बड़ा दांव बिगाड़ेगा कांग्रेस-बीजेपी का गणित, चुनावी साल में उठाई भील प्रदेश बनाने की मांग

JAYS ne uthai bheel pradesh ki maang चुनावी साल में जयस ने उठाई अलग से भील प्रदेश बनाने की मांग, इससे पहले 4 राज्यों में भी

  •  
  • Publish Date - February 15, 2023 / 06:57 PM IST,
    Updated On - February 15, 2023 / 06:56 PM IST

JAYS ne uthai bheel pradesh ki maang: भोपाल। इस साल मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होना है। चुनावी साल में जयस ने फिर बड़ा दांव खेला है। जयस ने भील आबादी के हिसाब से अलग भील प्रदेश की मांग उठाकर बीजेपी-कांग्रेस को हैरान कर दिया है। हालांकि जयस की ये मांग इसके पहले देश के चार राज्यों गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान और मध्यप्रदेश में पहले भी उठ चुकी है। लेकिन चुनावों के नज़दीक आते ही भील स्टेट की मांग ने बीजेपी और कांग्रेस को ज़रुर परेशान कर दिया है। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में अलग विंध्य प्रदेश की मांग ठंडी भी नहीं हुई थी कि अब अलग भील प्रदेश की मांग तेज़ हो गई है। भील प्रदेश की मांग को जयस ने हवा दी है। जयस ने दावा किया है कि वो अपने एजेंडे में अब अलग भील प्रदेश की मांग को भी शामिल करेगा। जल्द ही जयस इस एजेंडे को लेकर भील आबादी वाले हिस्सों में जनजागरण अभियान भी शुरु करेगा। जयस का ये भी दावा है कि जल जंगल जमीन पर आबादी के हिसाब से भील जनजाति को उनका अधिकार मिलना चाहिए।

JAYS ne uthai bheel pradesh ki maang: दरअसल पूरे देश में भील जनजाति की तकरीबन 2 करोड़ की आबादी है। भील जनजाति की बड़ी आबादी देश के चार राज्यों राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र में रहती है। आबादी की बात करें तो राजस्थान में 28 लाख,  गुजरात में 34 लाख,  महाराष्ट्र में 18 लाख और मध्यप्रदेश में करीब 46  लाख की जनसंख्या शामिल हैं। जयस के अलावा भील समाज से ताल्लुक रखने वाले दूसरे आदिवासी संगठन भी चारों राज्यों के 42 जिलों को मिलाकर अलग भील प्रदेश की मांग उठा रहे हैं।

JAYS ne uthai bheel pradesh ki maang: बता दें मध्यप्रदेश- नीमच, मंदसौर, रतलाम और खंड़वा का हिस्सा,  झाबुआ, अलीराजपुर,  बड़वानी, धार, खरगोन और बुरहानपुर। गुजरात- बनासकांठा, सावरकांठा, अरावली, महिदसागर, वडोदरा, सूरत और पंचमहल का हिस्सा, दाहोद,  छोटा उदयपुर,  नर्मदा, तापी,  नवसारी, वलसाड़, दमन दीव, दादर नागर हवेली। राजस्थान- डूंगरपुर, बांसवाड़ा, उदयपुर, प्रतापगढ़, सिरोही, राजसमंद और चित्तौड़गढ़, जालोर, बाड़मेर, पाली का हिस्सा। महाराष्ट्र- जलगांव, नासिक और ठाणे का हिस्सा, नंदूरबाग, धुलिया और पालघर। हालांकि जयस की मांग पर कांग्रेस-बीजेपी को ऐतराज़ है। दोनों ही दलों का दावा है कि जयस चुनावी साल में अपना एजेंडा सेट करने की कोशिश कर रही है।

JAYS ne uthai bheel pradesh ki maang: दरअसल मध्यप्रदेश में 7 महीनों बाद विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में जयस अपनी जमीन मजबूत करने की कोशिश कर रहा है। क्योंकि जयस की लीडरशिप भील, भिलाला आबादी पर ही खड़ी हुई है। जयस ये भी जानता है कि चुनावों में बीजेपी या कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के लिए भील आबादी की ताकत दिखाना बेहद ज़रुरी है। लेकिन बीजेपी कांग्रेस भी जयस के इरादों को समझ चुकी है। अब देखना होगा कि जयस किस तरह चुनावी साल में मोलभाव करता है।

ये भी पढ़ें- Valentine’s Week में OYO होटल के कर्मचारियों के साथ हुई शर्मनाक हरकत, देर रात मचा बवाल

ये भी पढ़ें- स्टार खिलाड़ी दोस्त की वाइफ के साथ कर रहे थे ऐसा काम, गलती से वीडियो हो गया लीक, फिर…

ये भी पढ़ें- शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती ने मदर टेरेसा पर लगाए गंभीर आरोप, कहा- पहले वो करती थी अब कोई और…

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें