Ashish Sharma Martyred : नक्सलियों से लोहा लेते शहीद हुआ MP का लाल! इस जिले का रहने वाला था आशीष शर्मा, सीएम मोहन यादव ने किया परिजनों के लिए सहायता राशि का ऐलान

हॉक फ़ोर्स के बहादुर जवान आशीष शर्मा नक्सली मुठभेड़ में शहीद हो गए। सरकार ने परिवार को नौकरी और 1 करोड़ की सहायता देने की घोषणा की है।

  • Reported By: Pavan Kaurav

    ,
  •  
  • Publish Date - November 19, 2025 / 07:57 PM IST,
    Updated On - November 19, 2025 / 07:59 PM IST

Ashish Sharma Martyred /Image Source : IBC24

HIGHLIGHTS
  • नक्सली मुठभेड़ में हॉक फोर्स के इंस्पेक्टर आशीष शर्मा शहीद।
  • CM मोहन यादव ने परिवार को सरकारी नौकरी और ₹1 करोड़ देने की घोषणा की
  • जनवरी में होनी थी शादी; दो बार वीरता पदक से सम्मानित थे।

Ashish Sharma Martyred नरसिंहपुर: मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में आज उस वक़्त सभी की आंखे नम हो गई , जब हॉक फ़ोर्स के जवान आशीष शर्मा के शहीद होने की खबर आई। नक्सली मुठभेड़ के दौरान आशीष शहीद हो गए। उन्हें दो बार वीरता पदक से सम्मानित किया गया था। गुरुवार को शहीद जवान के पार्थिव शरीर को राजकीय सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव बोहानी में अंतिम संस्कार किया जाएगा। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस पर दुख जताया। उन्होंने शहीद आशीष शर्मा के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी ओर 1 करोड़ की राशि देने की घोषणा की है।

छत्तीसगढ़ में हुए आशीष शर्मा शहीद

Ashish Sharma Martyred जानकारी के अनुसार बोहानी गांव के रहने वाले आशीष शर्मा साल 2016 बैच के प्लाटून कमांडर थे। बुधवार को आशीष शर्मा तीन राज्य मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की संयुक्त नक्सल उन्मूलन टीम का नेतृत्व कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ क्षेत्र में नक्सलियों के मौजूदगी की सूचना मिली। सूचना के बाद जंगल में आशीष शर्मा टीम के साथ सर्चिंग निकले थे। इसी दौरान नक्सलियों से मुठभेड़ हो गई। भीषण गोलीबारी के बीच उन्हें सीने, पेट और पैर में गोली लगी थी। उन्हें घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

जनवरी में होने वाली थी शादी

Ashish Sharma Martyred आशीष शर्मा के पिता देवेन्द्र शर्मा किसान हैं और उनका एक छोटा भाई भी है जो भोपाल में पढ़ाई कर रहा है। हाल ही में उनकी शादी तय हुई थी और जनवरी के महीने में उनकी शादी होने वाली थी। आशीष शर्मा को पूर्व में कर्तव्य के दौरान अदम्य साहस, असाधारण बहादुरी प्रदर्शित करने के लिए दो बार भारत सरकार द्वारा वीरता पदक से सम्मानित किया गया था।

इन्हे भी पढ़ें : 

आशीष शर्मा कैसे शहीद हुए?

छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ क्षेत्र में नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान उन्हें सीने, पेट और पैर में गोली लगी, जिसके बाद अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित किया।

आशीष शर्मा कौन थे और किस पद पर थे?

वे बोहानी गांव के रहने वाले 2016 बैच के प्लाटून कमांडर और हॉक फोर्स में इंस्पेक्टर थे, जिन्हें दो बार वीरता पदक मिल चुका था।

सरकार ने परिवार को क्या सहायता देने का ऐलान किया है?

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और ₹1 करोड़ की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।