Maharshi Uttam Swami on Dhar Bhojshala : ‘कोई माई का लाल नमाज़ नहीं पड़ सकता..’ महर्षि उत्तम स्वामी का बड़ा बयान, उठाई नमाज़ बंद कराने की मांग

Maharshi Uttam Swami on Dhar Bhojshala : 'कोई माई का लाल नमाज़ नहीं पड़ सकता..' महर्षि उत्तम स्वामी का बड़ा बयान, उठाई नमाज़ बंद कराने की मांग |

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  • Publish Date - February 3, 2025 / 02:30 PM IST,
    Updated On - February 3, 2025 / 02:30 PM IST

Maharshi Uttam Swami on Dhar Bhojshala | Source : IBC24

धार। Maharshi Uttam Swami on Dhar Bhojshala : एमपी के धार शहर की ऐतिहासिक भोजशाला में बसंत पंचमी से चार दिवसीय भोज महोत्सव का आयोजन परंपरा अनुसार शुरू हुआ। आयोजन कों लेकर भोज महोत्सव समिति द्वारा व्यापक रूप से तैयारी की गई। आज सोमवार सुबह सूर्योदय के साथ ही महोत्सव की शुरुआत हुई उत्सव को लेकर लेकर भोजशाला में आकर्षक सजावट की गई है। आज के बाद की जाए तो आज सुबह से ही श्रद्धालुओं का भोज शाला पहुंचना शुरू हो गया था।

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वहीं जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने भी माकुल व्यवस्था की है जिला प्रशासन के अनेक अधिकारियों की भोजशाला सहित शहर में तैनाती की गई है वहीं धार जिला पुलिस द्वारा धार जिले सहित जिले से बाहर का भी पुलिस बल सुरक्षा व्यवस्था के लिए लगाया गया है। इस दौरान ब्रह्मचारी महर्षि उत्तम स्वामी का बड़ा बयान सामने आया है।

ब्रह्मचारी महर्षि उत्तम स्वामी का बड़ा बयान

माता सरस्वती को भोजशाला में लाने को लेकर ब्रह्मचारी महर्षि उत्तम स्वामी ने धर्मसभा ने कहा कि 1 हाथ मे शास्त्र और दूसरे हाथ मे शस्त्र होना चाहिए। काशी, मथुरा, भोजशाला सहित साढ़े 3 हजार मंदिरो पर इनका कब्जा है। प्रशासन से नमाज बंद करवाने की मांग करता हूं। 25 हजार लोग भोजशाला में बैठ जाए तो कोई माई का लाल यहां नमाज नही पड़ सकता है।

 

आपको बता दें कि 3 फरवरी से राजा भोज की माने जाने वाली प्राचीन भोजशाला में परंपरा अनुसार चार दिवसीय भोज महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें धर्म सभा मातृशक्ति सम्मेलन, भजन संध्या, कवि सम्मेलन और कन्या पूजन का भी आयोजन होगा। साथ ही 3 फरवरी बसंत पंचमी को सूर्योदय से सूर्यास्त तक भोजशाला मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु माँ वाग्देवी के दर्शन पूजन कर हवन में भी भाग लेंगे, इसके साथ ही दोपहर में 11:00 बजे से उदाजी राव चौराहा लालबाग से माँ वाग्देवी के तेल चित्र के साथ एक भव्य शोभायात्रा भी निकाली जाएगी जो भोजशाला पहुंचकर समाप्त होगी।

 

भोज महोत्सव कब से शुरू हुआ?

भोज महोत्सव 3 फरवरी, बसंत पंचमी के दिन सूर्योदय से शुरू हुआ और यह चार दिवसीय आयोजन है।

भोज महोत्सव में क्या-क्या कार्यक्रम होंगे?

महोत्सव में धर्म सभा, मातृशक्ति सम्मेलन, भजन संध्या, कवि सम्मेलन, कन्या पूजन, हवन और शोभायात्रा जैसे कार्यक्रम होंगे।

भोजशाला में किस दिन शोभायात्रा निकाली जाएगी?

शोभायात्रा 3 फरवरी को दोपहर 11:00 बजे उदाजी राव चौराहा लालबाग से शुरू होकर भोजशाला तक जाएगी।

ब्रह्मचारी महर्षि उत्तम स्वामी ने भोजशाला में किस बारे में बयान दिया?

ब्रह्मचारी महर्षि उत्तम स्वामी ने भोजशाला में नमाज के आयोजन पर सवाल उठाया और प्रशासन से इसे बंद करने की मांग की।

भोज महोत्सव में कितने लोग भाग लेंगे?

भोज महोत्सव में बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेंगे, जिसमें हवन, पूजा और अन्य धार्मिक कार्यक्रमों में श्रद्धालु शामिल होंगे।