Now for the registration of new vehicles: भोपाल : मध्यप्रदेश में आज से वाहन-4 पोर्टल की शुरुवात की जाएगी जिससे लोगों को वाहन रजिस्ट्रेशन करने में लम्बी प्रोसेस के छुटकारा मिल जाएगा इस पोर्टल के जरिये अब नए वाहनों के रजिस्ट्रेशन से संबंधित सभी काम होंगे। केंद्र सरकार द्वारा नए वाहनों के पंजीयन से लेकर पुराने वाहनों के ट्रांसफर सहित सभी काम देश में एक ही सिस्टम पर किए जाने के लिए वाहन पोर्टल बनाया गया है।
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Now for the registration of new vehicles: मध्यप्रदेश के विदिशा में इस पोर्टल के ट्रायल रन की सफलता के बाद परिवहन विभाग ने इस पोर्टल को पूरे प्रदेश में शुरू करने की तैयारी कर ली है। पोर्टल पर कई सुविधाएं ऑनलाइन होंगी। जिससे वाहन खरीदने और बचने वाले वाहन मालिक को इसका फायदा मिलेगा आपको बता दें कि यह सुविधा पहले इंदौर में थी जिसे अब पूरी प्रदेश में लागू किया जाएगा ‘वाहन फॉर पोर्टल’ के जरिये वाहन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया डीलर्स करेंगे। जिसके लिए उन्हें आइडी पासवर्ड दिया जाएगा। जिन डीलर्स ने आइडी ली है वे ही वाहन का रजिस्ट्रेशन कर पाएंगे। इंदौर शहर में 100 से ज्यादा ऑटोमोबाइल डीलर्स हैं, लेकिन रविवार तक सिर्फ 55 डीलर्स ने ही आइडी ली है।
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परिवहन मंत्री ने पोर्टल के बताये फायदे
Now for the registration of new vehicles; इस बारे में गोविन्द सिंह राजपूत ने बताया कि इस पोर्टल के जरिये मध्यप्रदेश एकीकृत वाहन पंजीयन व्यवस्था से जुड़ जाएगा जिसका लाभ वाहन मालिकों को मिलेगा, क्योंकि वाहन पोर्टल पर दर्ज की गई जानकारी अब दूसरे राज्यों के परिवहन अमले को भी जरूरत पड़ने पर दिखाई देगी। मंत्री राजपूत ने बताया कि इस व्यवस्था से जुड़ने का सबसे बड़ा लाभ होगा कि फर्जी अनापत्ति प्रमाण-पत्र के जरिए वाहनों का अंतरण नहीं हो सकेगा। साथ ही वाहन मालिकों को वाहन के सत्यापन से भी निजात मिल जाएगी। इसके अलावा गैर व्यवसायिक वाहनों के लिए परिवहन कार्यालय नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि अब आटोमोबाइल डीलर विक्रेता की जगह स्वयं परिवहन कार्यालय में पंजीयन का आवेदन देगा।
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यदि किसी ने भोपाल या इंदौर से वाहन खरीदा है और उसे सागर में पंजीयन कराना है तो अस्थाई पंजीयन करवाना पड़ता है। पोर्टल शुरू होने पर इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी।
व्यावसायिक वाहन का सत्यापन आरटीओ कार्यालय में कराना पड़ता है। अब इसके लिए वहां जाने की झंझट खत्म हो जाएगी।
भारत सीरीज के तहत पंजीकृत वाहन मालिक का दूसरे राज्य में तबादला होने पर उस राज्य में वाहन की अनुमति नहीं लेनी पड़ेगी।
पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट (पीयूसी) कहीं से भी लिया जा सकेगा।
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Now for the registration of new vehicles: आज से जो भी दो और चार पहिया वाहन का रजिस्टर्ड होंगे वे जेड बी सीरीज के होंगे। जिसके साथ एनआइसी इस पोर्टल का संचालन करेगी। स्मार्ट चिप से होने वाली सभी प्रक्रिया अब बंद कर दी गई हैं। इस पोर्टल की शुरुवात पहले 27 जुलाई को किया जाना था जिसके बाद इस तारीख को आगे बढ़कर 1 अगस्त कर दी गई है।