Reported By: Amit Khare
,Panna Murder Case | Image Source | IBc24
पन्ना: Panna Murder Case: जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत चिमट गांव में हुए वीभत्स हत्याकांड का पुलिस ने करीब डेढ़ माह बाद खुलासा कर दिया है। मृतक संतोष शर्मा वन विभाग में चौकीदार के पद पर पदस्थ थे और साथ ही दूध बेचने का काम भी करते थे।
Panna Murder Case: प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि गांव के ही चार लोगों जिनमें एक नाबालिग भी शामिल है ने मिलकर इस हत्या को अंजाम दिया। आरोपियों ने पहले संतोष शर्मा की गला दबाकर हत्या की फिर पहचान छिपाने के उद्देश्य से शव को करीब 80 किलोमीटर दूर छतरपुर जिले के किशनगढ़ के जंगल में ले जाकर सिर को धड़ से अलग कर दिया। उसके बाद सिर को थोड़ी दूरी पर जमीन में गाड़ दिया।
Panna Murder Case: दरअसल मुख्य आरोपी के परिवार की पत्नी और बेटी लंबे समय से बीमार थीं। उसे शक था कि मृतक संतोष शर्मा ने उनके ऊपर जादू-टोना किया है, इसी अंधविश्वास के चलते यह भयावह हत्या की गई। 31 मई 2025 की शाम 7 बजे संतोष शर्मा रोज की तरह साइकिल से दूध बेचने निकले थे लेकिन घर वापस नहीं लौटे। अगले दिन परिजनों ने कोतवाली थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। ठीक पांच दिन बाद छतरपुर जिले के किशनगढ़ थाना क्षेत्र के जंगल में एक अज्ञात शव मिला जिसका सिर धड़ से अलग था। किशनगढ़ पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू की। शव की पहचान संतोष शर्मा के रूप में हुई जिसकी पुष्टि परिजनों ने की।
Panna Murder Case: जांच के दौरान पुलिस को सुराग मिला कि चार लोगों ने योजना बनाकर संतोष शर्मा की हत्या की थी। उन्होंने पहले रॉड से सिर पर वार किया, फिर तौलिया से गला दबाकर हत्या की। इसके बाद मोटरसाइकिल से शव को किशनगढ़ के जंगल में ले जाकर धारदार हथियार से सिर को धड़ से अलग किया और सिर को मिट्टी में दबा दिया। पुलिस ने पन्ना और छतरपुर की संयुक्त कार्रवाई में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें अजय गौड़, रामचरण गोंड, जितेंद्र गोंड और एक 12 वर्षीय नाबालिग शामिल हैं।