Action on IAS: तबादलों पर सियासत! डॉ मोहन यादव के 19 दिनों के कार्यकाल में नप गए 7 अफसर, बैकफुट पर कांग्रेस
Action on IAS in MP: एमपी के नए सीएम डॉ मोहन यादव के 19 दिनों में 7 अफसरों को नापने की कार्रवाई ने कांग्रेस को भी बैकफुट पर ला दिया है...खैर विपक्ष में होने के नाते अब कांग्रेस ये दावा कर रही है कि सीएम डॉ मोहन यादव पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पसंदीदा अफसरों को चुन- चुन कर नाप रहे हैं
Action on IAS in MP
Action on IAS in MP: भोपाल। मध्यप्रदेश में तबादलों पर फिर सियासत गरमाई है…2018 के चुनाव हों या 2020 के उपचुनाव या फिर 2023 के विधानसभा चुनाव हों….दोनों ही दलों ने तबादलों को लेकर एक दूसरी की खिंचाई भी की है…अब फिर एमपी के नए सीएम डॉ मोहन यादव के 19 दिनों में 7 अफसरों को नापने की कार्रवाई ने कांग्रेस को भी बैकफुट पर ला दिया है…खैर विपक्ष में होने के नाते अब कांग्रेस ये दावा कर रही है कि सीएम डॉ मोहन यादव पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पसंदीदा अफसरों को चुन- चुन कर नाप रहे हैं…और सरकार मोदी और शाह चला रहे हैं।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव एक्शन मोड में हैं…गुना में लापरवाह अफसरों पर कार्रवाई के बाद ड्रायवर को उसकी औकात बताने वाले शाजापुर कलेक्टर को भी डॉ मोहन यादव ने नाप दिया है…लेकिन विपक्ष इसके सियासी मायने निकाल रहा है…आप नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के इस ट्वीट को गौर से पढ़िए…शाजापुर कलेक्टर किशोर कान्याल को एक ड्राइवर भाई की औकात दिखाने पर उनके पद हटाया जाना अच्छी बात है! लोकतंत्र में जनता से उसकी औकात पूछने का अधिकार नौकरशाहों को नहीं है! जनता सर्वोपरि थी, सर्वोपरि है और हमेशा रहेगी! शाजापुर कलेक्टर को औकात पूछने की सजा दी जाना सही फैसला है। शिवराज-राज के बेलगाम कलेक्टरों को एक-एक करके निपटाया जाना गलत भी नहीं है! गुना कलेक्टर को बस हादसे की सजा मिली तो शाजापुर कलेक्टर को भरी मीटिंग में अपनी ताकत दिखाने की! गंदगी के खिलाफ स्वच्छता अभियान तो चलना ही चाहिए! उमंग सिंघार ने सीएम के एक्शन की तारीफ करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भी घेराबंदी कर दी है…ये बताने की कोशिश की है कि बीजेपी के भीतर एक नयी कलह ने जन्म ले लिया है…
दरअसल डॉ मोहन यादव के सामने शिवराज सिंह चौहान के कद की बराबरी करने की बड़ी चुनौती है…चुनौती ये भी है कि बतौर मुख्यमंत्री मोहन यादव शिवराज सिंह चौहान से बड़ी लकीर खींचें…जाहिर है इसी कोशिश में डॉ मोहन यादव ने 19 दिन के भीतर सातवे अफसर शाजापुर कलेक्टर किशोर कान्याल को नाप दिया…न सिर्फ तबादला किया बल्कि आज तक उन अफसरों को कोई नयी जिम्मेदारी भी नहीं दी…बीजेपी में भी खलबली है कि आखिर डॉ मोहन यादव इतनी तेज़ी में क्यों है…हालांकि बीजेपी नेता इस मसले पर खुलकर बात नहीं कर रहे हैं…लेकिन ये ज़रुर कह रहे हैं कि ये गरीबों की सरकार है,गरीबों के साथ भेदभाव करने वाले लापरवाह अफसरों को बख्शा नहीं जाएगा…
पांच महीने बाद लोकसभा चुनाव है…बीजेपी की सबसे बड़ी अग्निपरीक्षा है…वो भी तब जब पूरा विपक्ष एक हो गया हो…ऐसे में 29 सीटों वाले मध्यप्रदेश से बीजेपी आलाकमान को सबसे ज्यादा उम्मीदें हैं…जाहिर है आलाकमान की इसी उम्मीद पर खरा उतरने की कोशिश में मोहन यादव जुटे हुए हैं…बीजेपी को उम्मीद है कि मोहन यादव का ये अंदाज पब्लिक को जरूर पसंद आएगा…तो कांग्रेस को डर है कि मोहन यादव की बढ़ती लोकप्रियता कांग्रेस के रास्ते में बड़ा रोड़ा बन सकती है…
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नवीन कुमार सिंह,आईबीसी 24 भोपाल…

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