target killing dead body of labour killed by terrorist in kashmir reached his village 

कश्मीर में आतंकियों की गोली का शिकार हुए मजदूर का शव पहुंचा गांव, फफक-फफकर रो पड़ा पिता- बोला- आज बिहार में रोजगार होता तो ये दिन नहीं देखना पड़ता

target killing : बिहार के पूर्णिया के एक मजदूर की कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों ने गुरुवार को हत्या कर दी थी।

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 09:01 PM IST, Published Date : June 5, 2022/3:51 pm IST

बिहार के पूर्णिया के एक मजदूर की कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों ने गुरुवार को हत्या कर दी थी। रविवार को मजदूर का शव जब पूर्णिया पहुंचा तो उसके पिता फफकर रो पड़े। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा दिलखुश 10 दिन पहले पंजाब से रोजगार के लिए कश्मीर गया था। वहां पर वो ईंट भट्ठा में काम करता था। उन्होंने कहा कि काश… बिहार में रोजगार होता तो मेरा बेटा मजदूरी के लिए बिहार से नहीं जाता।

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तीन दिनों के बाद दिलखुश का शव रविवार को लादूगढ़ पहुंचा। शव के पहुंचते ही गांव में कोहराम मच गया। परिजन और ग्रामीणों ने केंद्र सरकार से आतंकवादियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। साथ ही रोजगार के लिए मजदूरों के पलायन पर भी सवाल उठाए। नारायण ऋषि का कहना है कि अगर बिहार में रोजगार होता तो उनका बेटा कमाने के लिए कश्मीर नहीं गया होता। सरकार से मांग करते हैं कि आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।

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दिलखुश पूर्णिया के जानकीनगर थाना क्षेत्र के लादूगढ़ गांव का रहने वाला था। दिलखुश के पिता नारायण ऋषि ने बताया कि 2 जून की रात नकाबपोश आंतकियों ने मेरे बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना रात 9 बजे की थी और उस वक्त दिलखुश खाना बना रहा था।