आंध्र प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष ने बारबाडोस सम्मेलन में भारत की लोकतांत्रिक ताकत का उल्लेख किया

आंध्र प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष ने बारबाडोस सम्मेलन में भारत की लोकतांत्रिक ताकत का उल्लेख किया

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  • Publish Date - October 9, 2025 / 03:32 PM IST,
    Updated On - October 9, 2025 / 03:32 PM IST

अमरावती, नौ अक्टूबर (भाषा) आंध्र प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सी अय्यान्ना पात्रुडू ने बारबाडोस में आयोजित 68वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए भारत की लोकतांत्रिक संस्थाओं और जनोन्मुखी शासन की मजबूती पर प्रकाश डाला।

बुधवार को सम्मेलन के तहत आयोजित ‘लोकतंत्र को समर्थन देने के लिए हमारे संस्थानों को मजबूत करना’ विषय पर एक कार्यशाला में पात्रुडू ने कहा कि भारत का लोकतांत्रिक ढांचा लोगों की सामूहिक इच्छा और संविधान की सर्वोच्चता पर टिका है।

बृहस्पतिवार को यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय संसद और राज्य विधानसभाओं ने 75 वर्षों तक देश के भाग्य को आकार दिया है तथा जनादेश के माध्यम से पारदर्शिता, जवाबदेही व सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण सुनिश्चित किया है।’’

आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एनटी रामराव (एनटीआर) को उद्धृत करते हुए पात्रुडू ने कहा, ‘‘समाज मंदिर है और जनता भगवान है।’’ उन्होंने इसे भारतीय लोकतंत्र का सार बताया।

उन्होंने महात्मा गांधी के शब्दों को उद्धृत करते हुए कहा कि लोकतंत्र तभी फल-फूल सकता है जब सत्ता सभी के बीच साझा हो। उन्होंने राष्ट्रमंडल देशों से जनोन्मुखी शासन को बनाए रखने का आग्रह किया।

68वां राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन सात से 10 अक्टूबर तक बारबाडोस में आयोजित हो रहा है। अध्यक्ष के साथ आंध्र प्रदेश विधानमंडल के महासचिव प्रसन्न कुमार सूर्यदेवरा भी गए हैं। वह राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सीपीए) की आंध्र प्रदेश शाखा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

भाषा गोला नरेश

नरेश