ठाणे, 23 दिसंबर (भाषा) अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने मंगलवार को दावा किया कि उसे ठाणे महानगर पालिका चुनाव के लिए सत्तारूढ़ महायुति में सीट बंटवारे से जुड़ी बातचीत से बाहर रखा जा रहा है, जिसके चलते उसने अलग से चुनाव लड़ने का विकल्प खुला रखा है।
राकांपा प्रवक्ता आनंद परांजपे ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के स्थानीय नेताओं ने जहां ठाणे महानगर पालिका चुनाव के लिए सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने के वास्ते बातचीत शुरू कर दी है, वहीं राकांपा को विचार-विमर्श के लिए आमंत्रित नहीं किया गया है।
परांजपे ने कहा, “गठबंधन सहयोगियों के बीच बैठकें जारी हैं, लेकिन राकांपा को आमंत्रित नहीं किया गया है। इसलिए हमने अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है।”
उन्होंने दावा किया कि राकांपा की ठाणे जिला इकाई के अध्यक्ष नजीब मुल्ला से न तो भाजपा और न ही शिवसेना ने संपर्क किया है।
परांजपे ने कहा कि गठबंधन वार्ता में औपचारिक रूप से आमंत्रित किए जाने के बाद ही राकांपा सीटों की उम्मीदों को लेकर घोषणा करेगी।
उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों में 380 उम्मीदवारों से बातचीत की जा चुकी है।
परांजपे ने कहा, “अगर ठाणे महानगर पालिका चुनाव के लिए राकांपा को गठबंधन में सम्मानजनक हिस्सेदारी दी जाती है, तो हम साथ मिलकर चुनाव लड़ने के लिए राजी हैं। वरना, राकांपा सभी 131 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है।”
उन्होंने कहा कि राकांपा जहां भी संभव हो, महायुति के हिस्से के रूप में चुनाव लड़ने के पक्ष में है, लेकिन जरूरत पड़ने पर स्थानीय स्तर पर गठबंधन या स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने पर भी विचार किया जाएगा।
हाल ही में संपन्न 288 नगर परिषदों और नगर पंचायतों के चुनावों का जिक्र करते हुए परांजपे ने कहा कि भाजपा, शिवसेना और राकांपा के गठबंधन से लगभग 215 निकायों के महापौर चुने गए।
उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र की जनता ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजित पवार व एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महायुति सरकार में अपने विश्वास की पुष्टि की है।”
महाराष्ट्र में 29 नगर निगमों और महानगर पालिकाओं के बहुप्रतीक्षित चुनावों के लिए मतदान 15 जनवरी को होगा, जबकि वोटों की गिनती 16 जनवरी को की जाएगी।
भाषा पारुल मनीषा
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