नागपुर, पांच मार्च (भाषा) महाराष्ट्र सरकार के स्वास्थ्य विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से आठ लाख रुपये की ठगी के आरोप में नागपुर में दो लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि एक पीड़ित द्वारा अजनी पुलिस थाने में दी गई शिकायत के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान नागपुर के अजनी क्वार्टर निवासी संजय गुलाबराव अकोटकर (55) और अमरावती जिले के वरुड निवासी नीलेश पुरुषोत्तम नानोटकर (52) के रूप में हुई है।
उसने बताया कि नागपुर के रहने वाले 53 वर्षीय व्यक्ति ने आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
पुलिस के अनुसार, निजी क्षेत्र में काम करने वाले शिकायतकर्ता को श्रवण सी. राउत नामक व्यक्ति ने दिसंबर 2012 में अकोटकर से मिलवाया था। अकोटकर ने दावा किया कि वह एक शीर्ष चिकित्सा अधिकारी है और वह शिकायतकर्ता की पत्नी को राज्य स्वास्थ्य विभाग में लिपिक की नौकरी दिला सकता है।
पुलिस ने बताया कि अकोटकर ने नौकरी दिलाने के लिए सात लाख रुपए मांगे और 50,000 रुपए की अग्रिम राशि के साथ ही आवेदक के शैक्षणिक दस्तावेज भी मांगे। शिकायतकर्ता ने अग्रिम राशि का भुगतान किया और बाद में तीन लाख रुपये भी नकद दिए।
उसने बताया कि मार्च 2015 में शिकायतकर्ता की पत्नी ने एक परीक्षा दी। इसके बाद उसे व्हाट्सएप के जरिये फर्जी नियुक्ति पत्र मिला।
पुलिस ने बताया नागपुर के रहने वाले शिकायतकर्ता के अलावा आरोपियों ने दो और लोगों को स्वास्थ्य विभाग में नौकरी दिलाने का झूठा वादा करके ठगा था। आरोपियों ने तीनों से कुल 7.95 लाख रुपये ठगे थे।
भाषा प्रीति पवनेश
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