Vande Bharat: मराठी की लड़ाई..’गंदी भाषा’ पर आई, क्या महाराष्ट्र अब हिंदी विरोध का नया केंद्र बन रहा है? देखिए पूरी रिपोर्ट

Marathi Politics: मराठी की लड़ाई..'गंदी भाषा' पर आई, क्या महाराष्ट्र अब हिंदी विरोध का नया केंद्र बन रहा है? देखिए पूरी रिपोर्ट

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  • Publish Date - July 8, 2025 / 11:04 PM IST,
    Updated On - July 8, 2025 / 11:04 PM IST

Marathi Politics | Photo Credit: IBC24

HIGHLIGHTS
  • MNS ने हिंदी बोलने वाले दुकानदार से की मारपीट
  • निशिकांत दुबे ने हिंदी भाषियों पर हो रहे हमलों पर उठाए सवाल
  • निकाय चुनाव से पहले बढ़ी भाषा आधारित राजनीति

मुंबई: Marathi Politics महाराष्ट्र में भाषा की सियासी लड़ाई दिन ब दिन तेज होती जा रही है। नेताओं के बयान इसमें आग में घी जैसा काम कर रहे है। शिवसेना UBT और राज ठाकरे की MNS की एकजुटता के बाद बीजेपी भी मराठी बनाम गैर मराठी की लड़ाई मे कूद पड़ी है। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे का एक बयान सामने आया है। जिस पर वार-पलटवार और तेज हो गया है।

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Marathi Politics महाराष्ट्र में केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति और त्रिभाषा फॉर्मूले पर छिड़ी सियासी लड़ाई लगातार गरमाई हुई है। मंगलवार को पुलिस और MNS कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झड़प हुई। पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। MNS ठाणे के भायंदर में व्यापारियों के विरोध प्रदर्शन के जवाब में रैली करने जा रहे थे। भायंदर में 1 जुलाई को गुजराती दुकानदार के मराठी में बात न करने पर MNS कार्यकर्ताओं ने मारपीट की थी। जिसके विरोध में व्यापारी कार्रवाई की मांग करते हुए प्रदर्शन कर रहे थे।

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हिंदी बनाम मराठी की लड़ाई और हिंदी भाषियों की पिटाई पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने तीखी प्रतिक्रिया सामने आई। जिसे पर शिवसेना UBT नेता संजय राउत ने पलटवार किया।

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हिंदी भाषा के खिलाफ यूं तो ज्यादातर विरोध और नाराजगी की आवाज तमिलनाडु से ही सुनाई देती रही है, लेकिन अब महाराष्ट्र भी हिंदी विरोध के नए गढ़ के रूप में उभर रहा है। शिवसेना और MNS इसे हवा देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। खासकर
5 जून को उद्धव और राज ठाकरे की रैली के बाद इसमें तेजी आई है। दोनों की नजर महाराष्ट्र में जल्द होने जा रहा मुंबई, पुणे जैसे कई नगर निगमों के चुनाव पर है। हालांकि मराठी कार्ड इसमें कितना कामयाब होता है। ये जनना दिलचस्प रहेगा।

महाराष्ट्र में "मराठी बनाम हिंदी" विवाद कैसे शुरू हुआ?

यह विवाद तब गहरा गया जब भायंदर में एक गुजराती दुकानदार को मराठी में बात न करने पर पीटा गया, और उसके बाद से MNS ने इसे 'मराठी अस्मिता' का मुद्दा बना लिया।

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने "हिंदी भाषियों पर हमले" को लेकर क्या कहा?

निशिकांत दुबे ने कहा कि हिंदी भाषियों की पिटाई कर MNS और शिवसेना क्षेत्रीय राजनीति कर रहे हैं और यह संविधान के खिलाफ है।

क्या "त्रिभाषा फॉर्मूले" को लेकर भी विवाद है?

हां, केंद्र की नई शिक्षा नीति (NEP) में लागू किए गए त्रिभाषा फॉर्मूले को लेकर मराठी नेताओं और संगठनों ने आपत्ति जताई है।