फडणवीस का विपक्ष पर निशाना: डोंबिवली से कारखानों को अन्यत्र ले जाने के लिए उद्धव ने कुछ नहीं किया

फडणवीस का विपक्ष पर निशाना: डोंबिवली से कारखानों को अन्यत्र ले जाने के लिए उद्धव ने कुछ नहीं किया

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  • Publish Date - May 24, 2024 / 04:35 PM IST,
    Updated On - May 24, 2024 / 04:35 PM IST

नागपुर, 24 फैक्टरी (भाषा) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को यह कहते हुए विपक्ष पर निशाना साधा कि जब शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने डोंबिवली एमआईडीसी से कारखानों अन्यत्र ले जाने के लिए कुछ नहीं किया।

डोंबिवली एमआईडीसी क्षेत्र में बृहस्पतिवार को एक रसायन संयंत्र में धमाके के साथ आग लग जाने से नौ लोगों की जान चली गयी।

फडणवीस ने यहां हवाई अड्डे पर पत्रकारों से कहा कि महायुति सरकार इन कारखानों के वास्ते वैकल्पिक स्थल ढ़ूंढने की दिशा में काम करेगी।

उनसे पहले दिन में प्रदेश कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने इस विस्फोट को लेकर सरकार की आलोचना की थी और दावा किया था कि पिछली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार ने इस रसायन संयंत्र को बंद करने का आदेश दिया था लेकिन वर्तमान सरकार में उसे बहाल कर दिया गया।

डोंबिवली में महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (एमआईडीसी) क्षेत्र के फेज-दो में स्थित ‘अमुदान केमिकल्स’ संयंत्र के एक बॉयलर में बृहस्पतिवार दोपहर विस्फोट हुआ। इस घटना में नौ लोगों की जान चली गयी एवं 64 अन्य घायल हो गये।

उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘किसी भी उद्योग को एक दिन में अन्य स्थान पर नहीं ले जाया जा सकता है और कई सालों से इन कारखानों को अन्यत्र ले जाने पर चर्चा चल रही थी। लेकिन उद्धव ठाकरे ने इस संबंध में कुछ नहीं किया।’’

उन्होंने कहा कि इस घटना के संबंध में गंभीर संज्ञान लिया जाना चाहिए तथा फैक्टरियों को वैकल्पिक स्थान दिये जाने चाहिए एवं राज्य सरकार इस दिशा में काम करेगी।

पटोले ने दावा किया कि एमवीए सरकार ने डोंबिवली में इस फैक्टरी को बंद करने का आदेश जारी किया था लेकिन जब महायुति सरकार सत्ता में आयी, उसे फिर परिचालन की अनुमति मिल गयी।

उन्होंने राज्य सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और कहा कि यह निर्दोष लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार है।

कांग्रेस नेता ने यह आरोप भी लगाया कि फडणवीस एवं ‘खोखे’ सरकार ने महाराष्ट्र की छवि बिगाड़ दी तथा जब चार जून को लोकसभा चुनाव के परिणाम की घोषणा की जाएगी तब उन्हें स्पष्ट जवाब मिलेगा।

जब फडणवीस से 17 वर्षीय एक किशोर द्वारा दो सॉफ्टवेयर अभियंताओं को कथित रूप से कार से टक्कर मारकर मौत की नींद सुला देने की पुणे की घटना का एमवीए द्वारा विरोध किये जाने के बारे में पूछा गया तब फडणवीस ने कहा कि विपक्ष इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने का प्रयास कर रहा है।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस ने पारदर्शिता से कार्रवाई की तथा किशोर को जमानत देने के किशोर न्याय बोर्ड के फैसले के खिलाफ ऊपरी अदालत गयी। बोर्ड ने किशोर को 300 शब्दों का निबंध लिखने का निर्देश दिया था।

फडणवीय ने कहा कि किशोर के पिता को गिरफ्तार किया गया, इसलिए कड़ी कार्रवाई तो की ही गयी है।

भाषा राजकुमार माधव

माधव

राजकुमार