इस साल व्यापार बहुत अच्छा होगा, 2 साल के नुकसान की भरपाई होगी।
एक कलाकार ने कहा,“हम 3 फीट से लेकर 50 फीट तक की मूर्ति बना रहे हैं। गणेश मूर्ति की मांग बहुत ज्यादा है।
ओडिशा के भुवनेश्वर में गणेश चतुर्थी उत्सव की तैयारियां चल रही हैं। कलाकारों को अच्छे कारोबार की उम्मीद है।
पहला कारण जल-प्रदूषण को रोकना और दूसरा रोज़गार उत्पन्न करना है।“
उन्होंने बताया, “हम 7 साल से मिट्टी का गणपति बना रहे हैं। इसके 2 महत्वपूर्ण कारण हैं।
कर्नाटक के कलबुर्गी में MBA स्नातक संगमेश गणेश चतुर्थी के लिए इको-फ्रेंडली गणेश की प्रतिमाएं बना रहे हैं।
कारीगर ने बताया, “ये मूर्ति लंदन जाएगी, इसे बनाने में मुझे 1.5 महीने का समय लगा जो 2.5 फीट की है। ये फाइबर का बना है। यह पहली बार है जब पूर्वांचल से कोई मूर्ति यूरोपीय देश में जाएगी।
असम के करीमगंज में एक कलाकार ने फाइबरग्लास से दुर्गा की प्रतिमा बनाई जो लंदन भेजी जाएगी।