PM Modi Live from Ayodhya
PM Modi Live from Ayodhya : राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए अयोध्या नगरी सज-धज कर तैयार हो चुकी है। पूरी अयोध्या को फूलों से सजाया गया है। प्रधानमंत्री पूजा सामग्री लेकर मंदिर के भीतर प्रवेश कर कर पूजन किया। बता दें कि पीएम मोदी रामलला की पूजा के लिए मुख्य यजमान बने और उन्होंने 11 दिनों के यम नियम का पालन भी किया है। राम मंदिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गर्भगृह में पूजा.अर्चना कर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की। आप घर पर रहकर भी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का लाइव दर्शन कर सकते हैं और इस पावन व ऐतिहासिक दिन के साक्षी बन सकते हैं।
PM Modi Live from Ayodhya : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई। पीएम मोदी ने आरती करने के बाद भगवान को दंडवत प्रणाम किया। इसके बाद पीएम मोदी ने शामिल हुए रामभक्तों को संबोधन किया। पीएम मोदी ने सबसे पहले जयश्रीराम के जयकारे के साथ सभी को राम राम कहा। इसके बाद कहा कि हमारे राम आ गए है। सभी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभकामनाएं दी। कहा कि कहने को बहुत कुछ है लेकिन कंठ अवरूद्ध है। हमारे रामलला अब टेंट में नहीं बल्कि इस दिव्य मंदिर में रहेंगे। मेरा विश्वास है कि जो घटित हुआ इसका एहसास दुनिया में मौजूद रामभक्तों को हो रहा होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरा देश दीवाली बना रहा है। राम मंदिर के निर्माण के बाद से देशवासियों में नया उत्साह पैदा हो रहा था। आज हमें सदियों की धरोहर मिली है, श्रीराम का मंदिर मिला है। गुलामी की मानसिकता को तोड़कर उठ खड़ा होता राष्ट्र ऐसे ही नवइतिहास का सृजन करता है। आज से हजार साल बाद भी लोग आज के इस पल, तारीख की चर्चा करेंगे। राम की कितनी बड़ी कृपा है कि हम सब इस पल को घटित होते देख रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा, मैं पावन अयोध्यापुरी और सरयू को भी प्रणाम करता हूं। मैं इस समय दैवीय अनुभूति कर रहा हूं। वे दैवीय अनुभूतियां भी हमारे आसपास उपस्थित हैं, उन्हें कृतज्ञतापूर्वक नमन करता हूं। प्रभु राम से क्षमायाचना भी करता हूं। हमारे त्याग, तपस्या, पूजा में कोई तो कमी रह गई होगी कि इतने साल ये काम नहीं कर पाए। आज ये कमी पूरी हुई। मुझे विश्वास है कि प्रभु राम हमें अवश्य क्षमा करेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि प्रभु के अयोध्या आगमन से सभी देशवासी हर्ष से भर गए। जो विपत्ति आई थी, वो खत्म हो गई। वो 14 वर्षों का था। अब तो हमने सैकड़ों वर्षों का वियोग सहा है। भारत के संविधान की पहली प्रति में भगवान राम विराजमान हैं। दशकों तक प्रभु राम के अस्तित्व पर कानूनी लड़ाई चली। मैं न्यायपालिका का शु्क्रगुजार हूं कि उसने लाज रख ली।