Devshayani Ekadashi 2025/ Image Credit: IBC24 File
Amalaki Ekadashi Kab hai?: वैदिक ज्योतिष शास्त्रों में तीज-त्योहारों का खास महत्व होता है। वहीं, बात जहां एकादशी की हो तो इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। धार्मिक मान्यता के मुताबिक एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है। बता दें कि एक माह में दो बार एकादशी आती है, एक कृष्ण पक्ष की एकादशी और दूसरी शुक्ल पक्ष की एकादशी। इस तरह साल में कुल 24 एकादशी मनाई जाती हैं। लेकिन, 24 एकादशियों में से कुछ एकादशी ऐसी हैं, जिन्हें सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। हम बात कर रहे हैं फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी की जो इस साल 20 मार्च को मनाई जाएगी। इसे आमलकी एकादशी के नाम से जाना जाता है।
आंवला एकादशी शुभ मुहूर्त
इस एकादशी पर भगवान विष्णु के साथ-साथ विशेष तौर से आंवले के पौधे का पूजन किया जाता है। इसलिए इसे आंवला एकादशी और रंगभरी एकादशी भी कहा जाता है। आंवला एकादशी की शुरुआत 20 मार्च 2024 को प्रात: 12 बजकर 21 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 21 मार्च 2024 को प्रात: 02 बजकर 22 मिनट पर इसका समापन होगा। उदया तिथि के अनुसार आंवला एकादशी का व्रत 20 मार्च दिन बुधवार को रखा जाएगा।
आमलकी एकादशी व्रत की विधि