अधिक मास में करें ये उपाय, पुष्य नक्षत्र में बरसेगी मां लक्ष्मी की असीम कृपा

Adhik Maas 2023 : हिंदू धर्म में अधिकमास का बहुत अधिक महत्व होता है। मलमास मंगलवार 18 जुलाई से शुरू हो गया है।

  •  
  • Publish Date - July 22, 2023 / 01:05 PM IST,
    Updated On - July 22, 2023 / 01:05 PM IST

Adhik Maas 2023

नई दिल्ली : Adhik Maas 2023 : हिंदू धर्म में अधिकमास का बहुत अधिक महत्व होता है। मलमास मंगलवार 18 जुलाई से शुरू हो गया है। सावन माह में अधिकमास का संयोग 19 साल बाद पड़ रहा है। पुष्य नक्षत्र से मलमास शुरू होने से मां लक्ष्मी की भी कृपा बरसेगी। मलमास 18 जुलाई से लेकर 16 अगस्त तक रहेगा। सावन मास में 19 साल बाद यह संयोग पड़ रहा है। यह माह पुष्य नक्षत्र में प्रारंभ होगा। ऐसे में देवता पृथ्वी पर फूलों की वर्षा करते हैं और दोनों हाथ से भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करते हैं। पुष्य नक्षत्र में मां लक्ष्मी जी की भी कृपा बरसती है। इस माह में मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए ये खास उपाय जरूर करें।

यह भी पढ़ें : बीजेपी में लगी इस्तीफों की झड़ी, प्रदेश में इस मामले में बनी तनाव की स्थिति, जानें क्या है पूरा मामला 

ऐसे घरों में वास करती है माँ लक्ष्मी

Adhik Maas 2023 :धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां लक्ष्मी का वास उसी घर में होता है जहां स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाता है। मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए घर में स्वच्छता रखें और सभी लोगों से प्रेम से बात करें। उस घर में भी मां लक्ष्मी नहीं रहती हैं जहां लोग क्रोध करते हैं। मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए रोजाना मां की आरती जरूर करें और मां को खीर का भोग लगाएं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान भाव के भूखे होते हैं। भगवान को प्रसन्न करने के लिए व्यक्ति को भाव से पूजा-अर्चना करनी चाहिए।

यह भी पढ़ें : शिक्षक ने छात्राओं को दिया गर्लफ्रेंड बनने का ऑफर, कहा – अभी तो मेरी शादी भी नहीं हुई, फिर हुआ ये… 

मां लक्ष्मी आरती

Adhik Maas 2023 :ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता

तुमको निशदिन सेवत, मैया जी को निशदिन * सेवत हरि विष्णु विधाता

ॐ जय लक्ष्मी माता-2

उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता

सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता

ॐ जय लक्ष्मी माता-2

दुर्गा रूप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता

जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता

ॐ जय लक्ष्मी माता-2

तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता

कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता

ॐ जय लक्ष्मी माता-2

जिस घर में तुम रहतीं, सब सद्गुण आता

सब सम्भव हो जाता, मन नहीं घबराता

ॐ जय लक्ष्मी माता-2

तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता

खान-पान का वैभव, सब तुमसे आता

ॐ जय लक्ष्मी माता-2

शुभ-गुण मन्दिर सुन्दर, क्षीरोदधि-जाता

रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता

ॐ जय लक्ष्मी माता-2

महालक्ष्मीजी की आरती, जो कोई नर गाता

उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता

ॐ जय लक्ष्मी माता-2

ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता

तुमको निशदिन सेवत,

मैया जी को निशदिन सेवत हरि विष्णु विधाता

ॐ जय लक्ष्मी माता-2

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें