Mukhyamantri Mahila Udyamita Abhiyaan: इस BJP शासित राज्य में 31 हजार से ज्यादा महिलाओं को 10-10 हजार रुपये की सौगात.. खुद CM ने बांटे चेक

मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि सरकार महिलाओं को निरंतर सहयोग देती रही, तो वे निश्चित रूप से सफल उद्यमी के रूप में खुद को स्थापित करेंगी। उन्होंने इस अवसर पर बारेसाहरिया भोना के लिए स्थायी मैदान, स्टेडियम और अस्पतालों के निर्माण की योजनाओं का भी उल्लेख किया।

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  • Publish Date - November 4, 2025 / 09:29 AM IST,
    Updated On - November 4, 2025 / 09:30 AM IST

Mukhyamantri Mahila Udyamita Abhiyaan || Image- CM Himanta Sarama Twitter

HIGHLIGHTS
  • असम में महिलाओं को 10,000 रुपये के चेक मिले
  • मुख्यमंत्री सरमा बोले, बाल विवाह खत्म करना लक्ष्य
  • ओरुनोदोई योजना के तहत अब 1,500 रुपये लाभ

Mukhyamantri Mahila Udyamita Abhiyaan: सोनितपुर: मुख्यमंत्री महिला उद्यमिता अभियान (एमएमयूए) के माध्यम से महिला सशक्तिकरण की दिशा में यात्रा जारी रखते हुए, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोनितपुर जिले के जमुगुरीहाट में आयोजित एक समारोह में लाभार्थियों को चेक वितरित किए। नाडुआर एलएसी के 31,045 लाभार्थियों में से प्रत्येक को 10,000 रुपये का चेक प्रदान किया गया।

एक लाख से ज्यादा को सरकारी नौकरी

एक विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि इस वर्ष 1 अप्रैल को बिहाली विधानसभा क्षेत्र में शुरू किया गया मुख्यमंत्री महिला उद्यमिता अभियान अब राज्य के सभी निर्वाचन क्षेत्रों में लागू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार पिछले चुनाव में किए गए हर वादे को पूरा करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। इसी का परिणाम है कि सरकार एक लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियों में नियुक्त करने में सफल रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की आज़ादी के बाद 75 वर्षों में किसी भी राज्य सरकार ने इतनी बड़ी संख्या में नियुक्तियां नहीं की थीं। उन्होंने विपक्ष द्वारा आलोचना के बावजूद राज्य सरकार की योजनाओं के सफल क्रियान्वयन पर संतोष जताया।

रसोई गैस सिलेंडर के लिए 250 रुपये अतिरिक्त

Mukhyamantri Mahila Udyamita Abhiyaan: सरमा ने बताया कि पिछले चुनाव से पहले जब राज्य सरकार ने ‘ओरुनोदोई योजना’ शुरू की थी, तो विपक्ष ने दावा किया था कि यह चुनाव के बाद बंद हो जाएगी। लेकिन ऐसा न होकर, इस योजना का दायरा और लाभ दोनों बढ़े हैं। अब लाभ राशि 830 रुपये से बढ़ाकर 1,250 रुपये कर दी गई है, साथ ही रसोई गैस सिलेंडर के लिए 250 रुपये अतिरिक्त दिए जा रहे हैं। इस तरह लाभार्थियों को कुल 1,500 रुपये प्रति माह मिल रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान राज्य सरकार ने स्वयं सहायता समूहों (SHG) की प्रत्येक महिला सदस्य को 10,000 रुपये देने का वादा किया था। विपक्ष ने इस पर सवाल उठाए थे कि सरकार इतनी बड़ी योजना के लिए आवश्यक 4,000 करोड़ रुपये कैसे जुटाएगी, लेकिन सरकार ने अपना वादा निभाया।

सरमा ने कहा कि मुख्यमंत्री महिला उद्यमिता अभियान (एमएमयूए) एक व्यापक दृष्टिकोण का प्रतीक है। दृढ़ संकल्प और मेहनत से महिलाओं ने उत्पादकता की एक नई संस्कृति विकसित की है। उन्होंने कहा कि पहले ग्रामीण क्षेत्रों की अधिकांश महिलाएं घरेलू कार्यों तक सीमित थीं, लेकिन अब वे स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से वित्त और उद्यम की दुनिया में प्रवेश कर रही हैं।

बाल विवाह को समाप्त करना लक्ष्य

Mukhyamantri Mahila Udyamita Abhiyaan: मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि सरकार महिलाओं को निरंतर सहयोग देती रही, तो वे निश्चित रूप से सफल उद्यमी के रूप में खुद को स्थापित करेंगी। उन्होंने इस अवसर पर बारेसाहरिया भोना के लिए स्थायी मैदान, स्टेडियम और अस्पतालों के निर्माण की योजनाओं का भी उल्लेख किया।

नाडुआर एलएसी की सफल महिला उद्यमियों का उदाहरण देते हुए सरमा ने कहा कि इटाखोला गांव की नंदिनी महिला स्वयं सहायता समूह की सदस्य मोनालिसा देवी ने केक व्यवसाय शुरू किया और बाद में 2 लाख रुपये का ऋण लेकर अपनी बेकरी व प्रसंस्कृत खाद्य इकाई स्थापित की। अब वह लगभग 35,000 रुपये प्रतिमाह कमाती हैं और ‘लखपति बायदेउ’ में से एक हैं।

इसी तरह, जामुगुरीहाट की प्रगति स्वयं सहायता समूह की सदस्य रश्मि राभा ने 2 लाख रुपये के ऋण से मछली पालन, सब्जी और धान की खेती शुरू की। अब वह करीब 33,000 रुपये प्रतिमाह की आय अर्जित कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने महिला लाभार्थियों से 10,000 रुपये की पूंजी का समझदारी से उपयोग करने का आग्रह किया और कहा कि असम की महिलाएं यह साबित कर चुकी हैं कि अवसर मिलने पर वे किसी से पीछे नहीं।

अंत में, मुख्यमंत्री सरमा ने कहा, “एक समाज तभी प्रगति कर सकता है जब महिलाएं सम्मानपूर्वक जीवन जीएं। मेरा लक्ष्य बाल विवाह को समाप्त करना, हर बालिका को शिक्षित करना और ऐसा वातावरण बनाना है जहां महिलाएं असम की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दे सकें।” इसके बाद उन्होंने गोहपुर में प्रस्तावित स्वाहिद कनकलता बरुआ राज्य विश्वविद्यालय के स्थल का दौरा किया। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 8 नवंबर को विश्वविद्यालय की आधारशिला रखेंगी। मुख्यमंत्री ने तैयारियों की समीक्षा कर आयोजन की सफलता के लिए निर्देश दिए।

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Q1. मुख्यमंत्री महिला उद्यमिता अभियान क्या है?

यह असम सरकार की योजना है जो महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए शुरू की गई है।

Q2. मुख्यमंत्री सरमा ने लाभार्थियों को कितनी राशि दी?

मुख्यमंत्री ने नाडुआर एलएसी की 31,045 महिला लाभार्थियों को 10,000 रुपये के चेक वितरित किए।

Q3. ओरुनोदोई योजना के तहत अब कुल लाभ कितने रुपये हैं?

सरकार ने लाभ राशि 1,250 रुपये के साथ 250 रुपये गैस सिलेंडर हेतु जोड़कर 1,500 रुपये कर दी है।