नागपुर, नौ फरवरी (भाषा) तेज गेंदबाज आदित्य ठाकरे के चार विकेट की बदौलत विदर्भ ने रविवार को यहां रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल मैच के दूसरे दिन स्टंप तक तमिलनाडु को पहली पारी में छह विकेट पर 159 रन ही बनाने दिए।
लंबे बल्लेबाजी लाइन-अप के बावजूद तमिलनाडु के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों में से मुश्किल पिच पर संघर्ष करने का जज्बा नहीं दिखाया। तमिलनाडु के पूर्व बल्लेबाज श्रीधरन शरत के भतीजे और 18 वर्षीय सी आंद्रे सिद्धार्थ ने 89 गेंद में 10 चौके और दो छक्के से 65 रन की शानदार पारी खेली लेकिन दूसरे छोर से पर उन्हें कोई सहयोग नहीं मिला।
विदर्भ को पहली पारी में 353 रन पर समेटने के बावजूद भी तमिलनाडु की टीम 194 रन से पिछड़ रही है। लीग चरण में शानदार प्रदर्शन करने वाले तमिलनाडु का शीर्ष बल्लेबाजी क्रम ध्वस्त हो गया। एन जगदीसन (22), विजय शंकर (22) और बी साई सुदर्शन (07) जैसे स्टार बल्लेबाज कुछ खास योगदान नहीं दे सके।
सुदर्शन विशेष रूप से निराश होंगे क्योंकि नवंबर 2024 में भारत ए के लिए ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ खेलने के बाद यह उनका पहला मैच था। तब से बाएं हाथ का यह बल्लेबाज पिछले साल दिसंबर में लंदन में कराई ‘स्पोर्ट्स हर्निया’ सर्जरी से उबर रहा था।
एक समय तमिलनाडु का स्कोर चार विकेट पर 38 रन था, शंकर और सिद्धार्थ ने 95 रन जोड़कर कुछ उम्मीद जगाई। लेकिन शंकर ने ठाकरे को स्टंप आउट कर अक्षय वाडकर को कैच थमा दिया।
अब तमिलनाडु को उम्मीद है कि अनुभवी प्रदोष रंजन पॉल (नाबाद 18 रन) और कप्तान आर साई किशोर (नाबाद 06 रन) तीसरे दिन उसे वापसी करा लेंगे।
तमिलनाडु के बल्लेबाज विदर्भ के बल्लेबाजों के संघर्ष से सीख ले सकते हैं जिसकी अगुवाई करुण नायर ने की जिन्होंने अपने रात के 100 रन के स्कोर को 122 तक पहुंचाया।
लेकिन उनकी बल्लेबाजी में असली स्टार हर्ष दुबे (69 रन) थे जिन्होंने पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ मिलकर बल्लेबाजी की और विदर्भ को छह विकेट पर 264 रन के स्कोर से 353 रन तक पहुंचाया।
भाषा नमिता आनन्द
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