दिल्ली। इंटरव्यू लेने के लिए पत्रकार बोरिया मजूमदार की ओर से भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा को धमकाना भारी पड़ गया। बीसीसीआई ने बोरिया मजूमदार पर दो साल का बैन लगा दिया है। दरअसल भारतीय टेस्ट टीम में साहा का चयन नहीं होने के बाद मजूमदार ने उनसे बात करनी चाही थी, लेकिन साहा ने उनकी बात का कोई जवाब नहीं दिया था। इसके बाद मजूमदार भड़क गए और साहा को फिर कभी इंटरव्यू न करने की धमकी दी थी।
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बोरिया मजूमदार और साहा के बीच हुई पूरी बातचीत के स्क्रीनशॉट साहा ने अपने ट्विटर एकाउंट पर शेयर किए थे। इसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ा और कई दिग्गज क्रिकटरों ने ऋद्धिमान साहा का समर्थन करते हुए बीसीसीआई से मजूमदार पर कार्रवाई करने की मांग की थी। इस मामले की जांच करने के लिए बीसीसीआई ने तीन सदस्यीय समिति का गठन किया था। जांच के बाद समिति यह पता चला कि बोरिया मजूमदार ही वो पत्रकार थे, जिन्होंने साहा को धमकी दी थी।
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बीसीसीआई की ओर से बैन लगने के बाद बोरिया मजूमदार बीसीसीआई से जुड़े किसी भी अंतरराष्ट्रीय या घरेलू मैच के दौरान मीडिया प्रतिनिधि के रूप में स्टेडियम में प्रवेश नहीं कर सकेंगे और न ही मैच के बाद होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हो सकेंगे। इतना ही नहीं पत्रकार मजूमदार बीसीसीआई के पास जिन भारतीय खिलाड़ियों का नाम दर्ज है, उनका इंटरव्यू नहीं कर सकेंगे। दो साल का बैन लगने के बाद मजूमदार को बीसीसीआई और उससे जुड़े सदस्यों की क्रिकेट सुविधाओं का लाभ नहीं मिलेगा। मजूमदार को किसी भी खिलाड़ी से बात करने और एनसीए में जाने की अनुमति नहीं होगी।