सिडनी में काफी कुछ नहीं बदल सकते थे, भारत को गाबा में हराएंगे: लाबुशेन

सिडनी में काफी कुछ नहीं बदल सकते थे, भारत को गाबा में हराएंगे: लाबुशेन

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  • Publish Date - January 12, 2021 / 05:59 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:23 PM IST

सिडनी, 12 जनवरी (भाषा) आस्ट्रेलिया के शीर्ष बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन का मानना है कि भारत ने सिडनी टेस्ट के चौथे दिन जिस तरह टिककर बल्लेबाजी की उस स्थिति में उनके खिलाड़ी अधिक कुछ नहीं बदल सकते थे। उन्होंने हालांकि कहा कि मेजबान टीम ब्रिसबेन में भारत को हराकर श्रृंखला जीतने के लिए प्रतिबद्ध है।

भारतीय बल्लेबाजों ने 407 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए शानदार बल्लेबाजी की बदौलत सिडनी टेस्ट ड्रॉ कराया।

सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर 91 और 73 रन की पारियां खेलने वाले लाबुशेन ने ‘क्रिकेट.कॉम.एयू’ से कहा, ‘‘हमने आज (ड्रॉ) टेस्ट मैच खेला लेकिन यह टेस्ट श्रृंखला है और हम यहां जीतने के लिए हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इस मैच का नतीजा चाहे कुछ भी रहे, अगर हम जीत दर्ज करते या यह ड्रॉ था, हमें गाबा में जाना है और जीतना है। इसलिए हमारे लिए कुछ नहीं बदला है, यह बस अपना फोकस बदलने का मामला है और सुनिश्चित करना कि गाबा में हम उन्हें हराएं।’’

हनुमा विहारी (161 गेंद में नाबाद 23) और रविचंद्रन अश्विन (128 गेंद में नाबाद 39) ने पांचवें दिन पूरे तीसरे सत्र में बल्लेबाजी की जबकि ऋषभ पंत (118 गेंद में 97 रन) और चेतेश्वर पुजारा (205 गेंद में 77 रन) ने 148 रन जोड़े जिससे भारत ने 131 ओवर में पांच विकेट पर 334 रन बनाए।

लाबुशेन ने कहा कि आस्ट्रेलिया को पांचवें दिन की पिच से थोड़ी अधिक मदद की उम्मीद थी लेकिन उन्होंने क्रीज पर डटे रहकर मैच ड्रॉ कराने का श्रेय भारतीय बल्लेबाजों को दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर पांचवें दिन की पिच पर आम तौर पर अधिक टूट-फूट होती है, थोड़ा अधिक असमान उछाल होता है लेकिन अगर कोई टीम 131 ओवर खेल जाए तो उन्हें श्रेय जाता है।’’

लाबुशेन ने कहा, ‘‘उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी की, वे डटे रहे और मुझे लगता है कि इसमें हम अधिक कुछ नहीं बदल सकते थे।’’

पैट कमिंस (26-6-72-1), जोश हेजलवुड (26-12-39-2) और मिशेल स्टार्क (22-6-66-0) की आस्ट्रेलिया की तेज गेंदबाजी तिकड़ी के अलावा स्पिनर नाथन लियोन (46-17-114-2) ने अपने तरकश के सभी तीरों को आजमाया लेकिन भारत के बल्लेबाजों को नहीं डिगा पाए।

भाषा सुधीर

सुधीर