मुंबई: अभिनेत्री शर्मिला टैगोर ने प्रख्यात बांग्ला अभिनेता सौमित्र चटर्जी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह उनके लिए बहुत बड़ी क्षति है। टैगोर ने अपने करियर के शुरुआती दिनों में चटर्जी के साथ काम किया था। बांग्ला फिल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता सौमित्र चटर्जी का रविवार को कई बीमारियों की वजह से एक महीने से ज्यादा समय तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद रविवार को निधन हो गया। वह 85 वर्ष के थे।
चटर्जी को कोविड-19 से संक्रमित पाए जाने के बाद छह अक्टूबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें बाद में आईसीयू में भर्ती किया गया था और उनका तंत्रिका तंत्र और किडनी सही तरीके से काम नहीं कर रहे थे। उनका कोरोना संक्रमण ठीक हो गया था लेकिन प्लाज्मा थेरेपी और डायलिसिस और कई दूसरी प्रक्रियाओं के बावजूद उनकी सेहत में सुधार नहीं हुआ। टैगोर और चटर्जी ने अपने करियर की शुरुआत 1959 में फिल्म निर्माता सत्यजीत रे की रिलीज हुई फिल्म ‘अपूर संसार’ से की थी।
बाद में उन्होंने साथ में कई बेहतरीन फिल्मों में अभिनय किया, जिसमें 1960 में आई रे की ‘देवी’, फिल्म निर्माता अजॉय कार की ‘बरनाली’ (1963) और 1970 में आई ‘अरण्येर दिन रात्रि’ शामिल हैं। 75 वर्षीय टैगोर ने पीटीआई-भाषा के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि उन्हें अभी भी चटर्जी के निधन की खबर पर विश्वास नहीं हो रहा है, जिनके साथ उनके काफी अच्छे संबंध थे।
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उन्होंने कहा, ‘मैं 13 साल की थी और वह मुझसे 10 साल बड़े थे जब हमने ‘अपूर संसार’ में काम करना शुरू किया था। फिल्म के खूबसूरत संवादों ने भी हमें प्रेरित किया। यह महज शुरुआत थी। उन्होंने जो भी किया है उसके लिए मैं वास्तव में उनका सम्मान करती थी, उनकी सराहना करती थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वह मेरे सबसे पुराने दोस्तों में से एक थे।’’ टैगोर ने कहा कि चटर्जी का व्यक्तित्व बहुत शानदार था, जो उनके जीवन के सभी पहलुओं में परिलक्षित होता है।