भिलाई के चर्चित कुलदीप कौर मर्डर में अवैध संबंध का ख़ुलासा

भिलाई के चर्चित कुलदीप कौर मर्डर में अवैध संबंध का ख़ुलासा

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  • Publish Date - October 24, 2017 / 06:22 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:47 PM IST

भिलाई, छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ के एजुकेशन हब के रूप में मशहूर भिलाई से लगे उतई में नहर किनारे एक महिला की लाश 14 अक्टूबर को जब मिली तो इलाके में सनसनी फैल गई। लाश की शिनाख्त में पता चला कि मृतका का नाम कुलदीप कौर है और वो भिलाई स्थित शिवा कोचिंग इंस्टीट्यूट की संचालिका थीं।

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पूछताछ में पता चला कि कुलदीप कौर कोचिंग से ब्यूटी पार्लर में फेशियल कराने के लिए जाने की बात कहकर निकली थीं और उसके बाद कुछ देर के लिए उनका मोबाइल फोन बंद रहा था। बाद में ये जानकारी भी मिली कि 14 अक्टूबर से एक दिन पहले ही वो ब्यूटी पार्लर गई थीं। दो अलग-अलग जानकारी सामने आने से ये मामला उलझता नज़र आ रहा था।

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इसके साथ ही कुलदीप कौर की कार का भी कोई अता-पता नहीं चल रहा था, जिससे ये मर्डर मिस्ट्री में बदलती जा रही थी। पोस्टमार्टम और पुलिस की शुरुआती तफ्तीश में ही ये सामने आ गया कि कुलदीप कौर की हत्या की गई है और हत्यारे ने मृतका का गला दबाकर वारदात को अंजाम दिया है। अब पुलिस के सामने इस हत्या की गुत्थी सुलझाने की चुनौती थी, जिसे उसने दस दिन के भीतर सुलझा लेने का दावा किया है। हत्यारे की गिरफ्तारी और हत्या में इस्तेमाल की गई कार की बरामदगी के बाद पूछताछ में जो सच सामने आया, वो चौंकाने वाला है।

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आईजी दीपांशु काबरा ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए जानकारी दी कि वारदात की वजह आरोपी और मृतका के बीच अवैध संबंध थे। आरोपी का नाम मनीष यादव है, जिसकी उम्र 21 साल है और वो मूल रूप से अंबिकापुर के गांधीनगर का रहने वाला है। दुर्ग से बीकॉम की पढ़ाई के बाद मनीष ने शिवा कोचिंग में दाखिला लिया था। इसी दौरान कोचिंग की संचालिका कुलदीप कौर, जिनकी उम्र करीब 50 साल बताई जाती है, मनीष के करीब आईं।

मनीष यादव बतौर पेइंग गेस्ट कुलदीप कौर के घर पर 6 महीने रहकर कोचिंग में पढ़ाई करता रहा और इसी दौरान दोनों के बीच शारीरिक संबंध बन गए। कोचिंग का कोर्स पूरा करने के बाद मनीष डेढ़ साल पहले वापस अंबिकापुर लौट गया, लेकिन कुलदीप कौर ने उसके साथ संपर्क बनाए रखा और हमेशा उसे भिलाई बुलाकर संबंध बनाए रखने का दबाव बनाए रखा।

पुलिस के मुताबिक मनीष यादव इस रिश्ते से तंग आ चुका था और इसे खत्म करना चाहता था, दूसरी ओर कुलदीप कौर उसे रिश्ता तोड़ने पर बलात्कार के केस में फंसाने की धमकी दे रही थीं। 13 अक्टूबर को मनीष किसी काम से भिलाई आया था, इसके अगले दिन यानी वारदात वाले दिन कुलदीप कौर से उसकी मुलाकात हुई।

कुलदीप कौर ने मनीष को अपनी कार में बिठाया और उसे अपने साथ उतई ले गई। बताया जाता है कि कुलदीप कौर ने वहां मनीष से संबंध बनाने को कहा, जिससे आरोपी ने इनकार कर दिया। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद बढ़ गया। मनीष के मना करने पर कुलदीप ने उसे फिर फंसाने की धमकी दी, जिससे आरोपी गुस्से में आ गया और मृतका की चुन्नी से ही उसका गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद उसने लाश को नहर किनारे फेंका और रास्ते में मृतका के बाकी सामान, मोबाइल वगैरह को ठिकाने लगाने के बाद वापस अंबिकापुर लौट आया।

इस हत्याकांड को दस दिन के भीतर सुलझाने, हत्या का मकसद और हत्या में इस्तेमाल कार की बरामदगी और आरोपी की गिरफ्तारी पुलिस की बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। पुलिस का मानना है कि उसके पास अदालत में आरोपी को अपराधी साबित करने के लिए पुख्ता सबूत हैं।

 

वेब डेस्क, IBC24