मध्यप्रदेश के वित्त मंत्री जयंत मलैया प्रदेश का साल 2018-19 का बजट पेश किया, 2 लाख 4 हजार 642 करोड़ के बजट में मुख्य रुप से किसान और कर्मचारियों पर केंद्रीत रहा. बजट पेश करने के दौरान विपक्ष ने जमकर वित्त मंत्री पर छीटा-कसी भी की. आइए आपको बतातें हैं वित्त मंत्री ने बजट में किसानों के लिए क्या चीजें हैं-
‘प्रदेश ने 7.3 की विकास दर हासिल की’
‘विकास दर राष्ट्रीय विकास दर से ज्यादा’
‘सरकार किसानों की आय बढ़ाने पर प्रतिबद्ध’
’15 लाख किसानों ने लिया भावांतर योजना का लाभ’
किसानों को सुरक्षा देने सरकार संकल्पित
‘सिंचाई सुविधाओं में विस्तार, फसल का उचित मूल्य’
‘5 बार कृषि कर्मण अवार्ड मिला’
‘सहकारिता क्षेत्र में शून्य ब्याज पर दिया जा रहा ऋण’;
‘मुख्यमंत्री ऋण समाधान योजना होगी शुरू’
‘350 करोड़ रूपए का प्रावधान’
कृषि के लिए 37,498 करोड़ का प्रावधान
मत्स्य पालन के लिए 91 करोड़
पशुपालन के लिए 1081 करोड़ का प्रावधान
बीमा योजना के लिए 2 हजार करोड़
स्मार्ट सिटी के लिए 700 करोड़ का प्रावधान
उद्यानिकी के लिए 1038 करोड़ का प्रावधान
निवेश के लिए 855 करोड़ का प्रावधान
500 करोड़ की राशि भावांतर योजना में जमा की
सिंचाई के लिए 10 हजार 918 करोड़ का प्रावधान
भोपाल, इंदौर, जबलपुर में मेट्रो का लक्ष्य
2018-19 में सड़कों के लिए 10 हजार करोड़
6 नए मेडिकल कॉलेज खुलेंगे
NHM के लिए 1175 करोड़
बिजली के क्षेत्र में बिजली के लिए 83 हजार करोड़ का निवेश
लोक स्वास्थ्य के लिए 5689 करोड़ का प्रावधान
सड़कों पर बोले वित्त मंत्री
2003 में गड्ढों पर ढूंढनी पड़ती थीं सड़कें
532 सड़कों का निर्माण प्रस्तावित
आज प्रदेश में सड़कों का जाल बिछा
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बजट पेश होने के बाद विधानसभा की कार्यवाही सात मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई.
वेब डेस्क, IBC24