हाथी, भालू और अब नरभक्षी कुत्तों के आतंक से थर्राया छत्तीसगढ़

हाथी, भालू और अब नरभक्षी कुत्तों के आतंक से थर्राया छत्तीसगढ़

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  • Publish Date - January 24, 2018 / 08:19 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:13 PM IST

कुत्तों के आतंक से प्रदेश की राजधानी रायपुर से लेकर लोरमी तक हर जगह दहशत का माहौल है। लोरमी इलाके में भी कुत्ते नें एक ही गांव में 9 लोगों को गंभीर रुप से घायल कर दिया है। जिसमें से एक बच्ची की हालत गंभीर है। वहीं इस मामले पर अब सियासत भी शुरु हो गई है। इंटक की प्रदेश अध्यक्ष मायारानी सिंह नें प्रदेश में एक के बाद एक हो रही कुत्तों की इन घटनाओं पर सरकार को दोषी ठहराया है और ठोस कार्रवाई की मांग की हैं।

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राजधानी रायपुर से लेकर लोरमी तक कुत्तों का आतंक फैला हुआ, ग्रामीण लाठियां लेकर नरभक्षी कुत्तों की खोज किसी शिकारी की तरह कर रहे है। जी हां ये वो हकीकत है जिससें इन दिनों पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश में हलचल मची हुई है। आवारा कुत्तों नें लोगों का जीना हराम कर दिया है। रायपुर में कुछ ही दिनों पहले कुत्तें ने एक छोटे से बच्चे को अपना शिकार बना लिया था। मामला अभी ठण्डा भी नहीं हुआ था कि एक बार फिर प्रदेश के लोरमी इलाकें में आवारा कुत्ते ने 9 लोगों को अपना शिकार बना लिया। लोरमी के मुंछेल गांव में बीते दो दिनों में आवारा कुत्तें 9 लोगों को बुरी तरह काटकर घायल कर चुके है। घायलों में 6 बच्चे जबकि 3 बुजुर्ग शामिल हैं। कुत्तें नें स्कूल में पढ़ाई के लिए गये बच्चों को एक के बाद एक निशाना बनाया। घटना में पायल साहू नाम की बच्ची की आंखों के पास कुत्ते ने बुरी तरह हमला कर उसे घायल कर दिया। जिसके बाद बच्ची को  गंभीर अवस्था में बिलासपुर के सिम्स रेफर किया गया है। कुत्ते के आतंक से पुरे गांव को भयभीत कर रखा हैं। और इसी तरह से सुबह से लेकर रात तक ग्रामीण लाठियां लेकर आवारा कुत्तों की तलाश में पुरे गांव में घूम रहे हैं। 

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कुत्तों के ऐसे इंसानों पर हमलावर होना और उन्हे लगातार काटने की घटनाओं ने चिकित्सकों को भी हैरान कर रखा है। लोरमी बीएमओ के मुताबिक कुत्ते के काटने की घटना को गंभीरता से लेना चाहिए क्योकि समय पर इलाज नही होने से मरीज को गंभीर बीमारी का खतरा रहता है। वहीं इस मामले पर सियासत भी शुरु हो गई है इंटक की प्रदेश अध्यक्ष मायारानी सिंह प्रदेश में एक के बाद एक हो रही इन घटनाओं में सरकार को पुरी तरह से लोगों की हिफाजत करनें में नाकाम बता रही है। मायारानी सिंह के मुताबिक सरकार ना तो हाथी से ना भालू से और नही कुत्तों से प्रदेश की जनता की रक्षा कर पा रही है। कुत्तों के इस मामले पर सरकार क्या फैसला लेगी की ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा लेकिन जिस तरह से आवारा कुत्तों ने प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में आतंक मचाया है उससे प्रदेश की जनता दहशत में हैं।

 

 

वेब डेस्क, IBC24