सोशल मीडिया मे वायरल हो रही दादी की जिंदादिली, ‘जब हम जवां होंगे’ की तर्ज पर बयां की बुढ़ापे की हकीकत…देखें वीडियो

सोशल मीडिया मे वायरल हो रही दादी की जिंदादिली, 'जब हम जवां होंगे' की तर्ज पर बयां की बुढ़ापे की हकीकत...देखें वीडियो

सोशल मीडिया मे वायरल हो रही दादी की जिंदादिली, ‘जब हम जवां होंगे’ की तर्ज पर बयां की बुढ़ापे की हकीकत…देखें वीडियो
Modified Date: November 29, 2022 / 08:40 pm IST
Published Date: January 20, 2020 1:38 pm IST

रायपुर। सोशल मीडिया में वायरल हो रहे एक गाने ने इंटरनेट पर खूब वाहवाही लूटा है। यह गाना किसी युवक या युवती ने नही बल्कि एक बुजुर्ग दादी ने गाया है। इस गाने की खास बात यह है कि यह गाना जब हम जवां होंगे की तर्ज पर गाया गया है लेकिन इस गाने में दादी ने बुढ़ापे की हकीकत को बयां की है।

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वीडियो को देखकर एक ओर जहां दादी की ज़िंदादिली और सकारात्मकता को सराहा जा रहा है वहीं दूसरी ओर बुढ़ापे की उस सच्चाई का अनुभव भी झलक रहा है जिससे एक दिन हर इंसान को दो चार होना पड़ता है। इस गाने में हास्य भी है, व्यंग्य भी है, सच्चाई भी है उल्लास भी है और उम्र को ​दरकिनार करती हुई सोशल मीडिया की रस लहरी भी है।

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बता दें कि इस वीडियो को छत्तीसगढ़ के IPS दीपांशु काबरा ने अपने ट्विटर हैंडल पर भी शेयर किया है। आईपीएस दीपांशु काबरा ने ट्विट पर वीडियो पोस्ट करते हुए हैशटेग करते हुए लिखा है –
“#MondayMotivation enjoy life”

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गाने के बोल इस तरह हैं –
“जब हम बूढ़े होंगे, हाथ पाँव जुड़े होंगे
दवाईयों के पूड़े होंगे, पैसा बर्बाद करेंगे” जवानी याद करेंगे।

 


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com