इंदौर में डीपीएस बस हादसे में 4 बच्चों और ड्राइवर की हुई थी मौत के बाद पालकों की तरफ से लगातार स्कूल प्रबंधन को दोषी ठहराया जा रहा था.पालकों की तरफ से बार बार ये बात सामने आ रही थी कि बच्चों की मौत पर पुलिस गंभीर नहीं है। इसके साथ ही वे ये भी मांग कर रहे थे कि डीपीएस प्रिंसिपल को आरोपी बना करजल्द गिरफ्तार किया जाये। आपको बता दें कि मजिस्ट्रियल जांच में स्कूल प्रबंधन को दोषी बताया जा चुका था इसके बाद आज पुलिस ने स्कूल के प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया है .
कैसे हुई गिरफ्तारी
कल अभिभावकों ने डीआईजी को मजिस्ट्रियल जांच की रिपोर्ट भी दिखाई। परिजन के साथ चैतन्य वेल फेयर सोसायटी के सदस्य और उनके एडवोकेट मनीष गुप्ता भी थे।
बस हादसे मामले में #Indore डीपीएस प्रिंसिपल गिरफ्तार
https://t.co/IjqD9rMs4b pic.twitter.com/Koy8KyNzyi— IBC24 (@IBC24News) February 12, 2018
एडवोकेट गुप्ता ने कहा कि मजिस्ट्रियल जांच रिपोर्ट में स्पष्ट है कि स्कूल बस 15 साल पुरानी थी, उसका चेचिस और बॉडी भी कमजोर थी। उसकी सर्विसिंग भी स्कूल के गैराज में होती थी। उसे चलाने वाला चालक भी नशे में नहीं था। स्पीड गवर्नर भी खराब था। उसके जिम्मेदार को भी पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है तो प्रिंसिपल सुदर्शन सोनार को आरोपी बनाकर गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा? कई परिजन भी स्कूल बसों को लेकर शिकायतें और गड़बड़ियों की जानकारी दे चुके हैं।
वेब टीम IBC24