ममता बनर्जी ‘दीदी’ का ओहदा छोड़ बनेंगी बेटी, मोदी-शाह से चुनाव में निपटने की नई रणनीति

ममता बनर्जी 'दीदी' का ओहदा छोड़ बनेंगी बेटी, मोदी-शाह से चुनाव में निपटने की नई रणनीति

ममता बनर्जी ‘दीदी’ का ओहदा छोड़ बनेंगी बेटी, मोदी-शाह से चुनाव में निपटने की नई रणनीति
Modified Date: November 29, 2022 / 08:39 pm IST
Published Date: February 17, 2020 11:31 am IST

कोलकाता। जेडीयू से निकाले जाने के बाद चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनजी के लिए नई रणनीति तैयार की है। जिसके अनुसार अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी दीदी के नाम पर नही बल्कि जनता से पश्चिम बंगाल की बेटी बनका वोट मांगेगी। मोदी-शाह की जोड़ी से लोहा लेने के लिए ममता बनर्जी इस नई रणनीति पर आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं।

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लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बंगाल में मिली सफलता को लेकर ममता बनर्जी सावधान की मुद्रा में आ गई हैं। वह बंगाल के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को पांव जमाने नहीं देना चाहती हैं। चही वजह है कि ममता बनर्जी बंगाल का विधानसभा चुनाव ‘ममता दीदी’ के तौर पर नहीं बल्कि बंगाल की माटी की बेटी बनकर लड़ने के मूड में हैं। इस मसले को लेकर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर और ममता बनर्जी की कई बैठकें हो चुकी हैं।

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ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस 2 मार्च को अपने चुनावी अभियान का आगाज करेगी। इस दौरान ममता को बंगाल की बेटी और मोदी-शाह की जोड़ी को बाहरी बताने का प्लान है। प्रशांत किशोर की टीम इसके लिए नारे गढ़ रही है और थीम सॉन्ग भी कंपोज किया गया है।

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दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल का भाई और बेटा वाला फॉर्मूला हिट रहा था। यही वजह हैं कि ममता बनर्जी बंगाल के चुनाव में खुद को बंगाल की बेटी के तौर पर स्थापित कर चुनाव लड़ना चाहती हैं और बाजी मारना चाहती हैं।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com