शाहजहांपुर (उप्र), 25 दिसंबर (भाषा) बलात्कार के आरोप में जेल में बंद कथा वाचक आसाराम बापू का पोस्टर लगा कर शाहजहांपुर जिला कारागार में कंबल बांटने तथा उनका महिमामंडन करने के मामले में जांच शुरू हो गई है। जेल अधिकारी ने इसकी जानकारी दी ।
पढ़ें- चंकी पांडे की वेब सीरीज ’दोनाली’ की शूटिंग के दौरान मुंबई से आए युव…
उपमहानिरीक्षक (कारागार) आर. एन. पांडे ने शुक्रवार को ‘भाषा’ को बताया कि वह बृहस्पतिवार को जिला कारागार पहुंचे और उन्होंने करीब सात घंटे तक पूरे मामले की बारीकी से जांच की।
पढ़ें- तीजन बाई की जीवनी पर बॉलीवुड में बनने जा रही फिल्म, छत्तीसगढ़ी सीखन…
पांडे ने बताया कि इस दौरान उन्होंने जेल अधीक्षक राकेश कुमार, जेलर राजेश कुमार तथा उप कारागार अधीक्षकों के बयान दर्ज किये। उन्होंने बताया कि कारागार में अभिलेखीय साक्ष्य प्राप्त किए तथा आसाराम बापू के अनुयायियों द्वारा बांटी गई किताबें आज भी साक्ष्य के रूप में ली हैं । उन्होंने बताया कि गेटकीपर और वार्डन समेत दो दर्जन बंदियों से भी एक-एक कर पूछताछ की है। पांडे ने बताया कि वह दो-तीन दिन में जांच पूरी कर जेल महानिदेशक को रिपोर्ट सौंप देंगे।
पढ़ें- शूटिंग के दौरान साउथ सुपरस्टार रजनीकांत की बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में भर्ती हुए
गौरतलब है कि आसाराम बापू के अनुयायियों ने 21 दिसंबर को शाहजहांपुर के जिला कारागार में कैदियों को कंबल तथा आसाराम बापू की ऋषि पत्रिका का वितरण किया था। इस दौरान एक बड़ा पोस्टर लगाकर उस पर आसाराम के चित्र को भी दर्शाया गया था। इस कार्यक्रम के फोटो वायरल होने के बाद मामले की जांच कारागार उपमहानिरीक्षक को सौंपी गई थी।