भदोही (उप्र), एक दिसंबर (भाषा) जिले के गोपीगंज थाना क्षेत्र में 21 साल की एक युवती को कथित तौर पर उसके घर में घुसकर मिट्टी का तेल डालकर जलाए जाने का मामला सामने आया है। पचास प्रतिशत जली अवस्था में लड़की का एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार यह घटना 23 अक्टूबर की है लेकिन इसमें लगभग एक माह बाद एक महिला सहित पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है।
अधिकारियों का यह भी कहना है कि जलने के इतने दिनों बाद घटना की सूचना देकर मामला दर्ज कराने से घटना को संदिग्ध मानकर जांच की जा रही है। पुलिस को कथित घटना के बारे में पहले कहीं से कोई सूचना नहीं मिली।
अधिकारियों ने कहा कि परिवार का आरोप है कि दबंग आरोपी अस्पताल पहुंचकर उन्हें धमकाते थे जिससे उन्होंने तहरीर बहुत देर से दी और देर से मामला दर्ज हुआ।
गोपीगंज के प्रभारी निरीक्षक के. के. सिंह ने बताया कि युवती का इलाज जिले के एक निजी अस्पताल में किए जाने की बात परिवारवालों ने बताई है, पर इस मामले की सूचना पुलिस को नहीं दी गई।
उन्होंने बताया जिस दिन मामला दर्ज किया गया, उसी दिन पूरी घटना के बारे में परिजनों ने जानकारी दी जबकि सिर्फ एक फोन से भी घटना की जानकारी पुलिस को दी सकती थी।
सिंह ने दर्ज मामले के आधार पर मंगलवार को बताया कि थाना क्षेत्र के एक गांव में 23 अक्टूबर को रात लगभग बारह बजे निर्मला देवी के घर में उसके पड़ोसी विकास, अखिलेश, राम प्रसाद, सियाराम और बिन्दा देवी गलत नीयत से घुस गए तथा उसे पकड़कर उसपर मिट्टी तेल डालकर आग लगा दी। इसके बाद वे उसे एक कमरे में बंद कर भाग गए।
थाना प्रभारी ने दर्ज मामले के आधार पर कहा कि बुरी तरह जलने से चीख रही युवती की आवाज़ से आसपास के लोगों ने वहां पहुँचकर उसे बाहर निकाला तथा वे पहले उसे सरकारी अस्पताल ले गए जहाँ से उसे एक निजी अस्पताल में ले जाया गया।
उन्होंने दर्ज मामले के आधार पर बताया कि महिला के इलाज के दौरान दबंग आरोपी अस्पताल पहुँचकर कुछ भी बताने पर जान से मारने की धमकी देते रहे। अकेली बेटी के साथ रहने वाली उसकी मां ने मुंबई से अपने पति को 27 नवंबर को बुलाया और बेटी के साथ हुई घटना के संदर्भ में 29 नवंबर को मामला दर्ज कराया।
सिंह ने बताया इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है। पचास प्रतिशत तक जली युवती का इलाज अस्पताल में चल रहा है और उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जाती है।
भाषा सं आनन्द नेत्रपाल
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