इस बार पृथ्वी से टकरा सकता है एफिल टॉवर जितना बड़ा एस्टेरॉयड, वैज्ञानिकों ने विनाशकारी परिणाम की जताई आशंका

इस बार पृथ्वी से टकरा सकता है एफिल टॉवर जितना बड़ा एस्टेरॉयड, वैज्ञानिकों ने विनाशकारी परिणाम की जताई आशंका

  •  
  • Publish Date - March 11, 2021 / 08:53 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:08 PM IST

नई दिल्ली। एफिल टॉवर जितना बड़ा एस्टेरॉयड इस बार पृथ्वी से टकरा सकता है। वैज्ञानिकों की माने तो 2029 के अप्रैल में Apophis 99942 दोबारा से पृथ्वी के पास आएगा। वहीं इस बार पृथ्वी और एस्टेरॉयड के बीच की दूरी काफी कम हो सकती है। बता दें कि पहली बार जब ये क्षुद्रग्रह पृथ्वी के पास से गुजरा तो इसकी दूरी करीब 10.5 मिलियन मील थी। जिसकी पुष्टि नासा ने की।

Read More News: रेलवे के ई टिकटों में हेराफेरी का बड़ा खुलासा, RPF की टीम ने 7 दलालों को दबोचा

वही अब ये एस्टेरॉयड साल 2029 में फिर से पृथ्वी के पास पहुंच जाएगा। कहा जा रहा है कि एस्टेरॉयड के नजदीक आने से इस बार कुछ विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं। इसे लेकर नासा के वैज्ञानिकों ने आशंका जताई है। बता दें कि नासा के वैज्ञानिक पिछले काफी वक्त से 340 मीटर लंबे इस एस्टेरॉयड पर नजर रख रहे। वैसे इसकी खोज 2004 में हुई थी और शुरू से ही ये माना जा रहा कि 2029 में ये पृथ्वी से टकरा सकता है।

Read More News: दर्दनाक सड़क हादसा: तेज रफ्तार स्कॉपियो और ट्रक में हुई भिड़ंत, मौके पर 8 लोगों की मौत

अंतरिक्ष अपने आप में अनेकों रहस्यों को समेटे हुए है। जिसमें सबसे ज्यादा चर्चा एस्टेरॉयड की होती है। बीते शुक्रवार को एफिल टॉवर के आकार का एस्टेरॉयड पृथ्वी के करीब से निकल गया। जिसको Apophis 99942 के नाम से जाना जाता है। इस एस्टेरॉयड का नाम मिस्त्र के देवता Apophis के नाम पर रखा गया है।

वैज्ञानिकों के नवीनतम अनुमान के अनुसार 13 अप्रैल 2029 को जब ये स्पेस रॉक पृथ्वी के करीब आएगा तो इसकी दूरी 19 हजार मील होगी, जोकि हमारे ग्रह के काफी करीब है। इसका मतलब है कि कुछ हद तक इसके पृथ्वी पर आने की संभावना है। वैसे तो इस बार जब ये एस्टेरॉयड पृथ्वी के करीब से गुजरा तो इसे नहीं देखा जा सका, लेकिन जब ये दोबारा करीब आएगा तो इसे नग्न आंखों से भी देखा जा सकेगा।

Read More News: राघव चड्ढा को हुआ कोरोना, संपर्क में आए लोगों से टेस्ट कराने की अपील की

अगर पॉजिटिव मायने में देखें ये 2029 वैज्ञानिकों के लिए काफी खास रहेगा, क्योंकि उस दौरान दूरी कम होने की वजह से महत्वपूर्ण डेटा तो इकट्ठा होगा ही। साथ ही ये पहले से ज्यादा चमकदार दिखेगा। इसके अलावा एक मिनट के लिए इसको चंद्रमा के पास देखा जा सकेगा।

Read More News: छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम में 101 करोड़ का घोटाला, एक पत्र से मचा सियासी बवाल, पूर्व अध्यक्ष देवजी भाई पटेल ने उठाया सवाल